Women's health: आज हम हर फील्ड में महिलओं के उतम प्रदर्शन का जश्न मनाते हैं। जहां दुनिया इतनी आगे निकल गई है, वही सिक्के के दूसरे पहलू में आज भी ऐसे शहर मौजूद है जहां एक महिला की मृत्यु एक बच्चें को जन्म देते वक्त होती है क्योंकी, वहां सही हेल्थ केयर फैसिलिटी उपलब्ध नहीं थी वही दूसरी ओर कितनी ही महिलाओं की जान प्रजनन स्वास्थ संबंधित समस्या से हर साल जाती है, क्योंकि उन देशों में ना इन मामलों पर जागरूकता है ना ही बेहतर हेल्थ केयर फैसिलिटी और जिन इलाको में जंग के माहोल है वहां तो एक महिला को बेसिक चीजें जैसे पैड्स या टैम्पोन भी उपलब्ध नहीं करवाया जाता जिससे एक महिला को पीरियड्स के वक्त कई सारी बीमारियों का सामना करना पड़ जाता है। चलिए हम जानते हैं कि प्रजनन स्वास्थ की ऐसी कौनसी बीमारियां है जिससे एक महिला ग्रसित होती हैं।
महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ संबंधित बीमारियाँ
1. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स (STI)
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स एक ऐसी बीमारी है जोकि सेक्स द्वारा दोनों महिला और पुरुष को होता है। ये तब होता है जब वायरस एक इंसान के शरीर से दूसरे में प्रवेश करता है किसी भी व्यक्ति के अंदर सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स के वायरस स्पर्म, वेजाइना या शरीर में मौजूद कोई भी फ्लूइड से फ़ैल सकता है साथ ही अगर कोई महिला जिसे ये बीमारी है वो गर्भवती है तो उसके बच्चें को भी ये बीमारी होने के चांसेस बढ़ जाता है।
2. कैंसर (Cancer)
महिलाओं को प्रजनन अंगों में कैंसर होने के कई चांसेस होते है ये कैंसर उनके कई अंगों में हो सकते है जिसमें से कुछ के बारे में हमने नीचे बताया है।
- सर्वाइकल कैंसर एक महिला को उनके सर्विक्स में होता है जोकि गर्भ का निचला हिस्से में मौजूद होता है।
- ओवेरियन कैंसर एक महिला के ओवरिएस में होता है जोकि गर्भाशय के दोनों तरफ मौजूद होता है।
- ब्रैस्ट कैंसर यह कैंसर महिलाओं की स्तन का कैंसर है।
- गर्भाशय का कैंसर यानि महिला का कोख जहां गर्भवती होने पर उनका बच्चा पलता है।
3. इंटरस्टिटयल सिस्ट (Interstitial cystitis)
यह एक ऐसी कंडीशन है जहां एक फीमेल के ब्लैडर में पेन और प्रेशर महसूस होता है। यह बीमारी एक महिला के यूरिन ट्रक को इफ़ेक्ट करती है। कई बार ऐसा होता है की इसके लक्षण दीखते है और फिर ये अपने आप ही ठीक हो जाता है। जो भी महिला इससे पीड़ित है उसे सेक्स के वक्त भी काफी पेन महसूस होगा साथ ही कई बार ऐसा होता है की इस बीमारी के कारण एक महिला के साथ उसके फैमिली भी सफर करती है।
4. पीसीओडी / पीसीओस (PCOD/PCOS)
पीसीओडी / पीसीओस फीमेल के ओवेरी से संबंधित बीमारी है। जिसमे कई बार आपके ओवेरी में गाठें पड़ जाती है जोकि आपके बॉडी में कई सारे हार्मोनल इम्बैलेंस बनाती है। कई बार इससे पीड़ित महिला को पीरियड्स में कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही अनचाहे जगह पर बाल आना वेट गेन करना, डिप्रेशन, मूड स्विंग्स आदि इसके कई लक्षण है। कई सारे वर्स्ट केसेस में ये बीमारी एक महिला के माँ बनने के क्षमता को भी प्रभावित करती है।
5. ह्यूमन इम्मुनो डेफिशियेंसी वायरस (HIV)
इस बीमारी में वायरस एक इंसान के इम्यून सिस्टम पर प्रभाव डालती है और अगर इसका इलाज समय पर नहीं किया गया तो इससे एक इंसान को एड्स होने का संभावना बढ़ जाता है। ह्यूमन इम्मुनो डेफिशियेंसी वायरस से ग्रसित इंसान को यह बीमारी जिंदगी भर रहती है इसे ठीक तो नहीं किया जा सकता पर केयर के साथ इसपर काबू जरूर पाया जा सकता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।