Asafoetida Side-effects: किसी भी चीज़ का सेवन अधिक मात्रा में करने से वह चीज़ नुक़सान कर देती है। हींग का सेवन सीमित करने से शरीर में फ़ायदा पहुंचता है लेकिन जब ये सेवन अधिक मात्रा में होने लगता है तो शरीर को नुक़सान पहुंचाने लगता है। कुछ स्थितियों में हींग का सेवन एकदम वर्जित है तो कुछ में हींग का सेवन ज़्यादा नहीं करना है। हींग का प्रभाव पेट में, ख़ून में, स्तनपान और गर्भवस्था में, हमारे मस्तिष्क में और त्वचा में विपरीत असर के साथ देखा गया है।
हींग के नुकसान
रसोई में हींग का न होना खाने का स्वाद कम कर देता है। ऐसे में हर भारतीय किचन में हींग पाई ही जाती है। पर स्वाद के चक्कर में ऐसा न हो आप ज़्यादा हींग लेते हों। आइए जानें हींग के नुकसान ज़्यादा प्रयोग के चलते :-
- डायरिया : विशेषज्ञों की मानें तो हींग का प्रयोग पेट के लिए अच्छा होता है लेकिन ज़्यादा मात्रा में रोज़ाना हींग लेने से पेट से संबंधित समस्याएं ठीक होने के बजाए बढ़ने लग जाती हैं। ज़्यादा प्रयोग से डायरिया हो सकता है इसके साथ ही क़ब्ज़, गैस या एसिडिटी जैसी समस्या पैदा हो सकती है।
- गर्भवस्था : गर्भवस्था में हींग का सेवन वर्जित है। इसके ज़्यादा सेवन से पीरियड्स से जुड़ा चक्र प्रभावित होता है जिससे गर्भपात का ख़तरा रहता है। गर्भवस्था में हींग का सेवन बंद कर दें।
- स्तनपान : शिशु को स्तनपान कराने के दौरान हींग का सेवन नहीं करना चाहिए। स्तनपान के दौरान दूध में हींग का प्रभाव आ सकता है जो शिशु की सेहत के लिए ख़तरा बन जाता है। ऐसे में हींग का सेवन स्तनपान के दिनों नहीं करना चाहिए।
- मस्तिष्क : ज़्यादा हींग के सेवन से मस्तिष्क संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। मानसिक समस्याएं जैसे सिर दर्द, नर्वसनेस और चक्कर आना हींग के ज़्यादा सेवन से हो जाती हैं।
- सर्जरी : किसी भी तरह की सर्जरी के दौरान हींग का सेवन बंद कर देना चाहिए। ये ब्लड क्लॉटिंग को प्रभावित करता है। हींग नेचुरल ब्लड थिनर की तरह काम करता है। सर्जरी से कम-से-कम 2 हफ़्ते पहले और सर्जरी के बाद कुछ समय तक हींग का सेवन रोक देना चाहिए।
- रक्तचाप : हींग का अनावश्यक प्रयोग रक्तचाप को तेज़ी से प्रभावित करता है। इसके ज़्यादा सेवन से हाई और लो ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोग प्रभावित हो सकते हैं।
- त्वचा : हींग का अनावश्यक सेवन त्वाचा में खुजली, रैशेज, लाली या चकत्ते पैदा कर सकता है। ये शरीर की त्वचा को नुक़सान करता है।
- शिशुओं : शिशुओं को हींग का सेवन प्रतिबंधित है। शिशुओं को किसी भी तरह हींग का सेवन कराने से उनमें ख़ून से जुड़ी परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
इस तरह हींग का सेवन रोज़ाना सीमित मात्रा में करना चाहिए। ऊपर बताए कुछ स्थितियों में उसे बंद कर देना चाहिए। इसके नुक़सान के अलावा हींग के अपने फ़ायदे हैं लेकिन सीमित प्रयोग ज़रूरी है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।