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Health Tips: चलनासन का अभ्यास करने से दूर होती है महिलाओं की ये समस्या

चलनासन, जिसे अक्सर "वॉकिंग योगा" या "वॉकिंग प्राणायाम" के नाम से जाना जाता है, महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कई लाभकारी प्रभाव प्रदान कर सकता है।

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Pushpa Chauhan
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Chalanasan

image credit- onlymyhealth

These Problems Of Women Go Away By Practicing Chalnasana: चलनासन, जिसे अक्सर "वॉकिंग योगा" या "वॉकिंग प्राणायाम" के नाम से जाना जाता है, महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कई लाभकारी प्रभाव प्रदान कर सकता है।रोज़ चलनासन का अभ्यास करने से महिलाओं को कई समस्याओं से राहत मिल सकती है। इन लाभों के अलावा, चलनासन नियमितता और अनुशासन को बढ़ावा देता है, जो समग्र जीवनशैली को स्वस्थ और संतुलित बनाने में मदद करता है।

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चलनासन का अभ्यास रोज करने से से दूर होती हैं महिलाओं की ये समस्या 

1. मासिक धर्म संबंधी समस्याएं

चलनासन से रक्तसंचार में सुधार होता है और पेल्विक क्षेत्र में तनाव कम होता है, जिससे मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में राहत मिल सकती है। नियमित चलनासन से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे मासिक धर्म चक्र नियमित हो सकता है और अनियमित पीरियड्स की समस्या में कमी आ सकती है।

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2. पीठ दर्द में राहत

 चलनासन से शरीर के विभिन्न हिस्सों में रक्तसंचार में सुधार होता है। पीठ की मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी में बेहतर रक्त प्रवाह से सूजन और दर्द में कमी आ सकती है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और पीठ के निचले हिस्से में तनाव को कम करता है, जो विशेष रूप से महिलाओं में आम है।

3. पाचन में सुधार

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चलनासन करते समय शरीर की गतिशीलता और सक्रियता से पेट और आंतरिक अंगों पर हल्की-फुल्की दबाव और उत्तेजना पड़ती है, जो पाचन तंत्र को सक्रिय करती है और पाचन प्रक्रिया में सुधार करती है। चलनासन पेट की मांसपेशियों को संकुचित करता है, जिससे पाचन तंत्र में सुधार होता है और कब्ज जैसी समस्याएं कम होती हैं।

4. प्रजनन स्वास्थ्य

 नियमित चलनासन से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) जैसी स्थितियों में सुधार हो सकता है, और मासिक धर्म चक्र अधिक नियमित हो सकता है। यह आसन पेल्विक क्षेत्र में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देता है, जिससे प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। इस अभ्यास से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे प्रजनन क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। 

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5. तनाव और चिंता में कमी

 चलनासन के दौरान शारीरिक गतिविधि से एंडोर्फिन (प्राकृतिक 'खुशी हार्मोन') का उत्पादन होता है। ये हार्मोन मूड को बेहतर बनाते हैं और तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं। योगासन मानसिक तनाव को कम करने और शारीरिक और मानसिक संतुलन को बहाल करने में मदद करता है। चलनासन से शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है, जिससे मानसिक थकावट और तनाव में कमी होती है। चलनासन का नियमित अभ्यास इन समस्याओं के उपचार में मदद कर सकता है।

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