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Photograph: (freepik)
Thyroid Problems In Women, How To Identify And Prevent Them: थायरॉइड एक छोटी सी ग्रंथि है जो हमारे गले के सामने के हिस्से में मौजूद होती है, लेकिन इसका प्रभाव हमारे पूरे शरीर पर होता है। क्योंकि यह ग्रंथि हमारे शरीर में T3 और T4 हार्मोन्स का उत्पादन करती है, जो कि मेटाबॉलिज्म से लेकर शरीर की ऊर्जा, हॉर्मोन संतुलन, त्वचा, बालों और आपके मानसिक स्वास्थ्य तक कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करती हैं। महिलाओं में थायरॉइड की समस्या पुरुषों की तुलना में कई गुना अधिक पाई जाती है। खासकर प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज़ और हार्मोनल बदलावों के दौरान यह खतरा अधिक बढ़ जाता है। आइए हम जानें थायरॉइड की समस्या क्या है, इसके लक्षण और इससे बचाव के उपाय क्या हो सकते हैं।
महिलाओं में थायरॉइड की समस्या, इसकी पहचान और बचाव कैसे करें
1. थायरॉइड की सामान्य समस्याएं क्या हैं
1. हाइपोथायरॉइडिज्म
जब हमारे शरीर में थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती है तो इसके कारण शरीर की कार्यप्रणाली धीमी हो जाती है।
2. हाइपरथायरॉइडिज्म
जब शरीर में थायरॉइड ग्रंथि सामान्य से अधिक हार्मोन बनाती है जिस कारण हमारा मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है।
3. थायरॉइड नोड्यूल्स होना
थायरॉइड की समस्या होने से ग्रंथि में सूजन या गांठ बन जाता है, जिसे आमतौर पर गला फूलना कहा जाता है।
2. महिलाओं में थायरॉइड के लक्षण को कैसे पहचानें?
महिलाओं में थायरॉइड की समस्या के लक्षण को आप ऐसे पहचान सकते हैं। यदि इनमें से कोई भी लक्षण लगातार बना रहें, तो थायरॉइड टेस्ट कराना ज़रूरी होता है। एक साधारण TSH ब्लड टेस्ट से आसानी से इसका पता लगाया जा सकता है।
1. हाइपोथायरॉइडिज्म के लक्षण
महिलां को अत्यधिक थकान महसूस होता है।
उनके बाल झड़ना और त्वचा का रूखापन होना।
अचानक तेजी से वजन बढ़ना।
उनके मूड स्विंग्स और डिप्रेशन होना।
पीरियड्स में गड़बड़ी होना।
उनको ठंड सहन न होना।
उनमें कब्ज और पाचन की समस्या बना रहना।
2. हाइपरथायरॉइडिज्म के लक्षण
अचानक महिलाओं का अनियंत्रित वजन घटने लगना।
उनके दिल की धड़कन तेज हो जाना।
उनमें घबराहट और चिड़चिड़ापन होना।
उनको बार-बार पसीना आना।
नींद की समस्या या नींद न आना।
मासिक धर्म का हल्का होना या रुक जाना।
3. थायरॉइड से बचाव के उपाय
1. संतुलित आहार लेना चाहिए
थायरॉइड की समस्या को संतुलित रखने के लिए आयोडीन, सेलेनियम, जिंक और विटामिन D से भरपूर डाइट लेना जरूरी है। आपके लिए हरी पत्तेदार सब्जियाँ, नट्स, सी-फूड और डेयरी प्रोडक्ट्स इसमें सहायक होते हैं।
2. तनाव को कम करें
मानसिक तनाव थायरॉइड को ज्यादा प्रभावित कर सकता है। इसलिए मेडिटेशन, योग और पर्याप्त नींद लेने से तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है।
3. रेगुलर चेकअप जरूर कराएं
यदि आपके परिवार में किसी को थायरॉइड रहा हो या पहले से आप में ये लक्षण मौजूद हैं, तो आपको रेगुलर थायरॉइड का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
4. प्राकृतिक लाइफस्टाइल को अपनाएं
इससे बचने के लिए आपको प्रोसेस्ड और अधिक शुगर वाले खाद्य पदार्थ से परहेज़ करना चाहिए। और साथ ही इससे बचाव के लिए नियमित वॉक, योग और शारीरिक गतिविधि को अपने दिनचर्या में शामिल करें।
5. दवाइयों का नियमित सेवन जरूर करें
यदि आपको थायरॉइड की पुष्टि हो चुकी है और डॉक्टर ने आपको दवा दी है, तो उसे नियमित रूप से समय-समय पर जरूर लें और बिना डॉक्टर के परामर्श से दवाई को न छोड़ें।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।