Menstrual Hygiene: साफ सफाई का होना हमारी नॉर्मल हेल्थ और मेंस्ट्रुअल हेल्थ दोनों के लिए ही बहुत जरूरी है। लेकिन कई महिलाएं ये नहीं जानती कि मेंस्ट्रुअल हाइजीन को उन्हें कैसे बनाए रखना चाहिए। साथ भी मेंस्ट्रुअल हाइजीन के भी अपने कुछ रूल्स और रेगुलेशंस होते हैं जो पता होने ज़रूरी हैं तो आइए जानतें हैं मेंस्ट्रुअल हाइजीन के बारे में ज़रूरी बातें -
जाने मेंस्ट्रुअल हाइजीन से जुड़े यह जरूरी टिप्स
खुद को निरंतर साफ करें
पीरियड्स के दौरान हमारे वजाइना के आस पास के हिस्से में हमेशा नमी रहती है और इस कारण आपको काफी चिप चिप महसूस होती है। आप कोशिश करें कि बार बार अपने प्यूबिक एरिया को पानी से साफ करती रहें वरना कोई इन्फेक्शन या पीरियड स्मेल को झेलना पड़ सकता है।
मेंस्ट्रूअल प्रोडक्ट् का न करें एक साथ उपयोग
अगर आप भी उन महिलाओं में से हैं जो आज Tampon तो कल पैड और परसों मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल कर रहीं हैं तो ऐसा न करें। एक पीरियड साइकिल के समय एक ही प्रोडक्ट इस्तेमाल करें और कोशिश करें कि अगले पीरियड साइकिल पर ही दूसरा कोई प्रॉडक्ट इस्तेमाल करें।
नियमित रूप से नहाएं धोएं
पीरियड्स के दौरान नियमित रूप से स्नान करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अतिरिक्त रक्त को हटा देता है जिससे संक्रमण हो सकता था। यह मूड को लाइट करने और पीरियड्स की ऐंठन को कम करने में भी मददगार है। आप माइल्ड हीट थेरेपी के जरिए भी अपने पीरियड्स के दर्द से राहत पा सकती हैं। संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए किसी कोमल बॉडी क्लींजर का यूज करें।
साबुन या vagina स्वच्छता उत्पादों का प्रयोग न करें
Vagina का अपना सफाई सिस्टम होता है जो अच्छे और बुरे बैक्टीरिया को क्लीन करता रहता है। इसे साबुन से धोने से इसके अच्छे बैक्टीरिया मर सकते हैं, जिस कारण इन्फेक्शन होने के संभावना बड़ जाती है। इसलिए, पीरियड्स के दौरान खुद को नियमित रूप से साफ रखना महत्वपूर्ण है, आपको केवल हल्के गर्म पानी का उपयोग करने की आवश्यकता है। आप साबुन का इस्तेमाल बाहरी हिस्सों पर कर सकते हैं लेकिन vagina के लिए इसका इस्तेमाल न करें।
एक बार में सिर्फ एक ही पैड का यूज़ करें
कई बार हेवी फ्लो होने के कारण बहुत से लोग दो बेड का यूज करते हैं और सोचते हैं कि ऐसा करने से वह स्टेन से बच जाएंगे। जी हां! आप स्टेन से तो बच जाएंगे मगर एक टाइम पर यदि दो पैड यूज़ करेंगे तो आपको कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए भले आप हर दो-तीन घंटे में पैड चेंज कर लो मगर एक टाइम पर एक ही पैड इस्तमाल करें।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।