अक्सर महिलाओं को पीरियड्स आने के एक से दो सप्ताह पहले ही खुदमें कुछ मानसिक और शारीरिक बदलाव महसूस होने लगते है। इसको पीएमएस कहा जाता है यानि प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम। पीएमएस हमारे शरीर में होर्मोनेस के असंतुलन के कारण होता है। डॉक्टर्स के मुताबिक 4 में से 3 महिलाएं कभी न कभी प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से कभी न कभी प्रभावित होती है। पीएमएस में काफी तरह के लक्षण दिखाई पड़ते है।
इस में मूड स्विंग और खाने की क्रेविंग होना सबसे आम लक्षण है। इसके साथ-साथ ही आपको बहुत थकान महसूस होती है, बिना वजह आपको गुस्सा या रोने का मन करता है, आपका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है और कमर, हाथ या पैरों में दर्द की शिकायत होती है। लेकिन पीएमएस एक प्रकार की शारीरिक समस्या है जिसे आप अपनी दैनिक दिनचर्या में कुछ बदलाव लाकर ठीक कर सकते है। इसके लिए आप दिए गए सुझावों को अपना सकते है।
1. नट्स का सेवन करें
पीएमएस से बचाव के लिए आपको नट्स खाने चाहिए। नट्स में हर प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते है। आप बादाम और किसमिस का सेवन करे। रात को 4 से 5 किसमिस और बादाम पानी में भीगा कर रखे और सुबह उन्हें खा ले। इसके साथ ही ध्यान रहे की पीरियड्स आने के कुछ समय पहले से प्रोसेस्ड फ़ूड, जंक फ़ूड खाना बंद कर दे क्योकि इनकी तासीर गर्म होने क कारण यह नुकसान दायक होते है।
2. सीड्स होगे फायदेमंद
पीरियड्स आने के एक हफ्ते पहले से आपको कुछ सीड्स का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप सूरजमुखी के बीज, तिल के बीज, कद्दू के बीज, आदि का इस्तेमाल कर सकती है। यह सीड्स आपको पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से आराम दिलाने में मददगार साबित होंगे।
3. जरूर करे एक्सरसाइज
आमतौर पर शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज करना जरुरी होता है। साथ ही यह आपको पीरियड्स के दर्द में आराम देने में भी सहायक है। इसके लिए आप हल्की एक्सरसाइजेज, योग, जिम और साइकिलिंग कर सकती है। ध्यान रहे की हैवी एक्सरसाइजेज न करे क्योंकि यह पीरियड्स में दर्द का कारण बन सकता है।
4. अच्छी नींद है जरुरी
आपको स्वस्थ रहने के लिए कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरुरी होती है। पीरियड्स और पीएमएस के दौरान भी आपको अच्छी नींद लेने की आवशयक्ता होती है। इसके लिए आप रात में टाइम से सो जाए इससे आप एनर्जेटिक महसूस करेगी।
5. हेल्थी फैट का सेवन करे
पीएमएस के वक़्त हेल्थी फैट लेना और मीठे फल खाना अच्छा माना गया है। इसके लिए आप गाय का देसी घी, ओलिव आयल और कुछ बीजो को शामिल कर सकती है। यह आपके शरीर में होर्मोनेस को संतुलित रखता है।