हमारे समाज में मेंटल हेल्थ बहुत ज़रूरी है।जितनी हमारे लिए शारीरिक सेहत ज़रूरी है उतनी ही हमारे लिए मानसिक स्वास्थ ज़रूरी है।लेकिन बहुत से लोग इस पर इतना ध्यान नहीं देते है।मानसिक स्वास्थ ख़राब होने के बहुत से कारण है जैसे वर्क्प्लेस पे टाक्सिक वातावरण या फिर घर पर।यह सब चीज़ें आपकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करती है।आज हम बात करेंगे कि कैसे टाक्सिक वर्क्प्लेस औरतों की मेंटल हेल्थ पर प्रभाव डालता है-
टाक्सिक वर्क कल्चर क्या है?
टाक्सिक वर्क कल्चर वे होता है जिसमें बिना कर्मचारियों की सेहत की प्रवाह किए बिना उनसे काम लिया जाए।यहाँ पर रोज़ कोई न कोई समस्या हो, लड़ाई झगड़ा, ड्रामा और एम्प्लॉईज़ नाखुश हो।
औरतों पर क्या असर पड़ता है
कॉर्ल्टेन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक़ जो औरतें टाक्सिक वर्कप्लेस में काम करती है उनके पालन-पोषण के तरीक़े में बदलाव आ गया है।ऐसे माहोल में काम करने से वह स्ट्रिक्ट पेरेंट्स बनती है।उन्हें लगता है कि वे अच्छी माँ नहीं है।अपने आप को साबित करने के लिए वे बच्चों के साथ स्ट्रिक्ट हो जाती है।
-कोई सीमा नहीं है
टाक्सिक वर्कप्लेस आपकी मेंटल हेल्थ को इफ़ेक्ट करता है क्योंकि आप दिन ऑफ़िस में काम करता हो।अब वर्क फ़्रोम होम का ऑप्शन आ गया है।इसलिए आप से यह भी अपेक्षा की जाती है कि आप बाद में कम करो इसके अलावा आप उनका हर समय फ़ोन भी उठाओ।काम की कोई सीमा नहीं है इसलिए आपकी मेंटल हेल्थ प्रभावित होती है।
-कम पैसे मिलना
वर्कप्लेस पर अगर आपके काम के हिसाब से आपको पैसे ना मिले तो इससे भी आपकी मेंटल हेल्थ ओर प्रभाव पड़ता है। आप जब पूरा ज़ोर किसी चीज़ पर लगा रहे हो लेकिन आपको फल उसके हिसाब से ना मिले तो आपका मन ख़राब तो होंग।आप अपनी और अपने परिवार की ख़ुशियों को पूरा नहीं कर पाते है।
-ख़राब बॉस का होना-
ख़राब बॉस का होना आपकी मेंटल हेल्थ पर भारी पड़ सकता गई। जब वे आप पर बात-बात पर चिल्लाएगा और आपकी बेइज़्ज़ती करेगां और दूसरे एम्प्लॉईज़ के सामने आपको शर्मिंदा करेंगा।इससे आपकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पढ़ेगा।
-प्रेशर
जब वर्कप्लेस पर आपके ऊपर प्रेशर बढ़ेगा आप अपनी लाइफ़ को बेलेंस नहीं कर पाओगे।इससे आपके काम पर भी असर पढ़ेगा।आपके पर्सनल रिश्ते भी ख़राब होंगे।सबसे बढ़ी बात आपकी मेंटल हेल्थ प्रभावित होंगी।