What Are The Reasons For Light Bleeding During Periods: पीरियड्स में कई महिलाओं को काफी ज़्यादा ब्लीडिंग होती हैं। जिसे महिलाएं अक्सर असामान्य समझती हैं, लेकिन वहीं कई बार महिलाओं को खुलकर रक्तस्राव नहीं हो पाता या बहुत कम ब्लीडिंग होता है। जिसे महिलाएं सामान्य समझ बैठती हैं, जो कि एक समस्या है। महिलाएं इसे अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं, जिसका नतीजा यह होता है कि वह हर महीने इससे परेशान रहती है। यह इसलिए सामान्य नहीं है, क्योंकि इसका प्रभाव प्रजनन क्षमता, वजन, हार्मोनल संतुलन पर पड़ सकता है। हालांकि यह इतनी भी बड़ी समस्या नहीं है कि उपचार नहीं किया जा सके।
किन कारणों से होती है पीरियड्स में हल्की ब्लीडिंग?
किसी महीने मासिक स्त्राव कम होना आम बात है, लेकिन जब लंबे समय तक ऐसा हो तो यह बीमारी की ओर संकेत दे सकता है। ऐसा आमतौर पर पोषक तत्व में कमी, हार्मोनल असंतुलन, गर्भाशय संबंधी विकार या तनाव के कारण होता है लेकिन अधिकतर मामले में यह कुछ इन कारणों से भी होता है।
1. वजन
शरीर का वजन और फैट भी पीरियड्स के अवधि और ब्लीडिंग को प्रभावित करता है। इसके वजह से आपका पीरियड्स इरेगुलर हो सकता है, क्योंकि कम वजन के कारण हार्मोन प्रभावित ढंग से काम नहीं कर पाता है, जिससे यह समस्या देखने को मिलती है।
2. तनाव
तनाव भी ब्लीडिंग फ्लो को प्रभावित करता है, क्योंकि आपके तनाव में रहने के कारण आपका ब्रेन पीरियड साइकल के हार्मोन को बदल देता है। तनाव में ब्रेन कई सारे हारमोंस को रिलीज करता है, खासतौर पर स्ट्रेस हार्मोन को। जिस कारण पीरियड्स देरी से आती है और ब्लीडिंग फ्लो बहुत हल्का हो जाता है।
3. PCOS
यदि आपका मासिक धर्म अनियमित हो गया है या बंद हो गया है, तो यह पीसीओएस का परिणाम हो सकता है। ऐसी स्थिति में हार्मोनल परिवर्तन होता है, जहां एग पूरी तरह से मेच्योर नहीं हो पाता है, जिस कारण पीरियड्स में हल्की पतली ब्लीडिंग देखने को मिल सकती है और वहीं यह काफी कम दिनों के लिए भी हो सकता है।
4. थायरॉइड
अति सक्रिय थायरॉइड में थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन काफी तेजी से बढ़ने लगता है, जो ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों के लिए समस्या पैदा कर सकता है। वैसे ही हाइपरथाइरायडिज़्म अति सक्रिय थायरॉइड के कारण पीरियड्स में हल्के ब्लीडिंग या पीरियड्स का अनियमित होना आम लक्षण है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।