What Do Women Think About Orgasm: ऑर्गैज्म यानि सेक्स का चरम बिंदु। यह वह शक्तिशाली अनुभूति है जो फिजिकल और मेंटल शांति प्रदान करती है और कुछ समय के लिए स्ट्रेस और चिंता को कम कर देती है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह जितना पुरुषों के लिए जरूरी है, उतना ही महिलाओं के लिए भी। हालांकि, कई महिलाएं ऑर्गैज्म का अनुभव नहीं कर पातीं।
इसमें कोई शर्म की बात नहीं है, ज्यादातर महिलाओं का यही अनुभव होता है। लेकिन यह भी सच है कि सिर्फ वेजाइनल ऑर्गैज्म (Vaginal Orgasm) से इस चरम सुख का अनुभव नहीं किया जा सकता। महिलाएं तीन प्रकार से ऑर्गैज्म का अनुभव कर सकती हैं, बस इसके सही तरीकों की जानकारी होना जरूरी है।
ज्यादातर महिलाएं इस बात को लेकर उलझन में रहती हैं कि क्या वे ऑर्गैज्म महसूस कर रही हैं या नहीं। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि आपको क्या महसूस हो रहा है और क्या महसूस होना चाहिए, ताकि आपके और आपके पार्टनर के बीच संबंध और भी गहरे हो सकें। आपके मन में जो सवाल उठते हैं, उनके जवाब यहां दिए गए हैं, इसलिए अंत तक पढ़ना न भूलें।
ओर्गास्म को लेकर महिलाओं के मन में होते हैं ये सवाल
क्या पार्टनर तैयार है
कई महिलाओं के मन में सेक्स के समय इस बात की चिंता रहती है कि क्या उनकी शक्ल-सूरत या फिजिकल बनावट उनके साथी को अट्रैक्ट कर पाएगी। हालांकि, यह सोच पूरी तरह से गलत है। सेल्फ कॉन्फिडेंस के साथ अपने साथी के साथ इन पलों का आनंद लें। वैसे भी, कुछ शोधों के अनुसार जब आप और आपका साथी सेक्स के मूड में होते हैं, तब ध्यान सिर्फ सेक्स पर ही होता है, किसी और चीज पर नहीं।
पार्टनर ने साथ असहजता
कई बार महिलाओं को यह चिंता रहती है कि सेक्स के दौरान उनका पार्टनर ऐसी कोई हरकत न कर दे जो उन्हें पसंद न हो। इसलिए अच्छा होगा कि आप इस डर को दिल से निकालकर पहले ही अपने पार्टनर से इस विषय में खुलकर बात कर लें।
संतुष्ट कर पाएंगी पार्टनर को
कई महिलाओं के मन में सबसे पहले यह चिंता होती है कि क्या वे अपने साथी को पूरी तरह संतुष्ट कर पाएंगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनका साथी उनके बारे में क्या सोचेगा। इन पलों का आनंद बिना किसी डर के उठाएं। अगर ऐसा हो भी जाता है, तो इस बारे में अपने साथी से बात करें। ऐसा संभव नहीं है कि अगर पहले कभी नहीं हुआ तो फ्यूचर में भी आप उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाएंगी।
एक्स्ट्रा प्लेजर के लिए कंडोम
आप चाहती हैं कि सेक्स के दौरान आपका साथी कंडोम (Condom) का उपयोग करे ताकि आप भी सुरक्षित रह सकें और अनचाहे प्रेगनेंसी से बच सकें। लेकिन आप इस बारे में अपने साथी से खुलकर बात नहीं कर पाती हैं, जिससे आप सेक्स का आनंद नहीं ले पातीं और ऑर्गेज़्म का सुख भी नहीं प्राप्त कर पातीं। अपने साथी से इस विषय में चर्चा करें और अपने विचार स्पष्ट रूप से बताएं।
सभी महिलाओं को ऑर्गैज्म
ऑर्गैज्म महसूस होना एक व्यक्तिगत अनुभव है और यह हर महिला के लिए अलग-अलग हो सकता है। इस भावना को व्यक्त करना उतना ही कठिन होता है जितना प्यार को शब्दों में बयान करना। ऑर्गैज्म को तीन चरण में बांटा जा सकता है: क्लिटोरियल ऑर्गैज्म (Clitoral Orgasm), वैजिनल ऑर्गैज्म और सर्विकल ऑर्गैज्म। सरल शब्दों में, वैजिनल ऑर्गैज्म का मतलब है कि महिला बिना क्लिटोरल उत्तेजना के ऑर्गैज्म तक पहुंच सकती है। ब्लेंडेड ऑर्गैज्म प्राप्त करना बहुत मुश्किल होता है और इसका अनुभव केवल कुछ ही महिलाएं कर पाती हैं। इसमें महिला को वैजिनल और क्लिटोरल ऑर्गैज्म दोनों एकसाथ मिलते हैं। वहीं, क्लिटोरियल ऑर्गैज्म बहुत ही सामान्य होता है जिसके लिए क्लिटोरल उत्तेजना की आवश्यकता होती है।
हर ऑर्गैज्म होता है अलग
कभी-कभी ऐसा होता है कि एक दिन आपको ज्यादा ऑर्गैज्म का अनुभव होता है, जबकि दूसरे दिन वही अनुभव कम आनंददायक हो सकता है। इसीलिए हर ऑर्गैज्म को एक ही पैमाने पर नहीं मापा जा सकता। असमंजस तब होता है जब आनंद की अनुभूति बहुत कम समय के लिए हो। अगर आपको थोड़ी सी भी संतुष्टि और आनंद महसूस होता है, तो क्या वे ऑर्गैज्म कहलाता है?
ऑर्गैज्म महसूस करने के लक्षण
अगर आप अभी भी यह तय नहीं कर पा रही हैं कि आपको ऑर्गैज्म हो रहा है या नहीं, तो आप इस पर ध्यान दें कि जब आप दोनों करीब आते हैं, तो आपका शरीर क्या महसूस करता है और कैसे प्रतिक्रिया करता है। इसके अलावा, आपको महसूस हो सकता है कि आपकी मांसपेशियों या शरीर में झनझनाहट हो रही है। आपका हृदय भी तेज़ी से धड़क सकता है। अगर आपको लगता है कि आपका दिल बहुत तेज़ धड़क रहा है, तो इसका भी मतलब हो सकता है कि आप ऑर्गैज्म अनुभव कर रही हैं।
ऑर्गैज्म अभी समाप्त नहीं हुआ है
यदि आप ऑर्गैज्म महसूस कर रही हैं, तो आपको ऐसा लगेगा कि आपका मन अभी पूरी तरह शांत नहीं हुआ है। इस समय, आपको ऐसा लग सकता है कि आपके शरीर को एक ही समय में दो बार ऑर्गैज्म हो रहा है। यह अनुभव हर महिला के लिए अलग-अलग हो सकता है और कुछ महिलाएं अपने साथी से पहले भी ऑर्गैज्म तक पहुंच सकती हैं।