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Photograph: (healthshots)
Why Are Periods Irregular Causes and Solutions: हर महिला के लिए नियमित पीरियड्स होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य का एक अहम संकेत है। लेकिन कई बार पीरियड्स समय पर नहीं आते, कभी जल्दी, कभी देर से या कुछ महीनों तक बिल्कुल नहीं आते। यह समस्या आम है, लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। जब किसी लड़की या महिला को यह समस्या होती है, तो सबसे पहले परिवार में चिंता होती है, फिर कारण खोजे जाते हैं और आखिर में समाधान तलाशने की कोशिश की जाती है। आइए समझते हैं कि अनियमित पीरियड्स के कारण क्या हैं और इसे ठीक करने के उपाय क्या हो सकते हैं।
पीरियड्स अनियमित क्यों होते हैं? जानें कारण और समाधान
अगर आपके पीरियड्स बार-बार अनियमित हो रहे हैं, बहुत अधिक दर्द या अत्यधिक ब्लीडिंग हो रही है, कई महीनों तक पीरियड्स नहीं आ रहे, या अचानक कमजोरी महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। समय पर इलाज कराने से किसी बड़ी समस्या से बचा जा सकता है। अपने शरीर के संकेतों को समझें और सही देखभाल करें।
पीरियड्स अनियमित होने के कारण
- हार्मोनल असंतुलन
शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का संतुलन बिगड़ने से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। यह ज्यादातर किशोरावस्था, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग और मेनोपॉज के समय देखने को मिलता है। -
तनाव और चिंता
मानसिक तनाव का सीधा असर शरीर पर पड़ता है। जब कोई महिला ज्यादा टेंशन लेती है या मानसिक रूप से परेशान रहती है, तो इसका असर हार्मोनल संतुलन पर पड़ता है और पीरियड्स देरी से आते हैं या पूरी तरह से छूट जाते हैं। -
अनियमित खानपान और वजन में बदलाव
बहुत ज्यादा जंक फूड खाना, डाइटिंग करना या अचानक वजन बढ़ना या घटना भी पीरियड्स को अनियमित कर सकता है। शरीर को सही पोषण न मिलने से रिप्रोडक्टिव सिस्टम प्रभावित होता है। -
थायरॉइड समस्याएं
हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म जैसी स्थितियाँ शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती हैं, जिससे पीरियड साइकल बिगड़ सकता है। -
पीसीओएस (PCOS - पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम)
यह एक आम समस्या है, जिसमें अंडाशय में छोटे-छोटे सिस्ट बनने लगते हैं और पीरियड्स लंबे समय तक नहीं आते या बहुत ज्यादा अनियमित हो जाते हैं। -
अत्यधिक एक्सरसाइज या शारीरिक श्रम
बहुत ज्यादा वर्कआउट या अत्यधिक शारीरिक मेहनत करने से शरीर की ऊर्जा खपत बढ़ जाती है, जिससे पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं। -
गर्भनिरोधक गोलियों या अन्य दवाइयों का असर
कुछ महिलाएँ जब गर्भनिरोधक गोलियाँ लेना शुरू करती हैं या बंद करती हैं, तो उनके पीरियड्स का चक्र बिगड़ सकता है। कुछ अन्य दवाइयाँ भी हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकती हैं। -
मेनोपॉज की शुरुआत
40-50 की उम्र में महिलाओं को मेनोपॉज की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस दौरान पीरियड्स पहले अनियमित हो जाते हैं और फिर धीरे-धीरे बंद हो जाते हैं।
अनियमित पीरियड्स को ठीक करने के तरीके
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संतुलित आहार लें
हरी सब्जियाँ, फल, मेवे और प्रोटीन युक्त आहार खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और हार्मोन संतुलित रहते हैं। -
तनाव कम करें
योग, मेडिटेशन और गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज करने से तनाव कम होता है और पीरियड्स का चक्र नियमित हो सकता है। -
नियमित व्यायाम करें
हल्का व्यायाम, वॉकिंग और स्ट्रेचिंग करने से हार्मोनल बैलेंस बना रहता है, जिससे पीरियड्स समय पर आते हैं। -
पर्याप्त नींद लें
नींद पूरी न होने से शरीर में हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। रोज़ 7-8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। -
थायरॉइड और पीसीओएस की जांच करवाएं
अगर बार-बार पीरियड्स अनियमित हो रहे हैं, तो डॉक्टर से जांच करवाएँ और सही इलाज लें। -
गर्भनिरोधक गोलियों का सही इस्तेमाल करें
बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी हार्मोनल दवा या गर्भनिरोधक गोलियाँ न लें, क्योंकि यह पीरियड्स को प्रभावित कर सकती हैं। -
पर्याप्त पानी पिएं
शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। सही मात्रा में पानी पीने से शरीर के सभी सिस्टम बेहतर तरीके से काम करते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।