Why Do Women Frequently Experience Sleep Disorders: नींद हमारे जीवन शैली का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण हिस्सा है। नींद के कारण हमारे शरीर को आराम और तनाव से मुक्ति मिलती है। पर्याप्त नींद ना देने के कारण हमें बहुत सारे स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ना पड़ता है। कभी-कभी ऐसा होता है हमें नींद आने में दिक्कत हो सकती हैं। अक्सर यह देखा जाता है कि महिलाओं को स्लीप डिसऑर्डर की समस्या अत्यधिक होती है इसका कारण शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक भी हो सकता है। तो आइये जानते हैं महिलाओं में अक्सर क्यों होती है Sleep Disorder की समस्या?
महिलाओं में Sleep Disorder की समस्या होने के 5 कारण
1. हार्मोनल असंतुलन
नींद की समस्या का सबसे बड़ा कारण होता है हार्मोन का असंतुलित होना। मानसिक धर्म, मेनोपॉज या गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हार्मोन में बहुत सारी बदलाव आते हैं जो हमारे शरीर मोड और नींद पर प्रभाव डालते हैं। मासिक धर्म के दौरान हार्मोन में बदलाव होते हैं जिसके कारण थकावट और नींद आने में समस्या होती है। हार्मोन की वजह से मूड स्विंग होता है जो नींद ना आने का सबसे बड़ा कारण है।
2. तनाव और चिंता
महिलाएं अक्सर अपने परिवार बच्चे व्यक्तिगत और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर तनाव और चिंता में रहती हैं। तनाव और चिंता नींद की समस्या का कारण बनता है। जब हम तनाव चिंता में रहते हैं तो हमारा मस्तिष्क सक्रिय रहता है जिसकी वजह से बीच-बीच में टूट जाती है या तो फिर बिल्कुल ही नहीं आती। जब हम तनाव में रहते हैं तो रात में ओवरथीन करते हैं जो हमारे सेहत पर नकारात्मक असर डालता है।
3. इन्सोम्निया
महिलाओं में इन्सोम्निया या नींद न आना, एक सामान्य समस्या है। यह समस्या तनाव, चिंता, अवसाद या हार्मोनल असंतुलन से उत्पन्न हो सकती है। इन्सोम्निया के कारण महिलाओं को सोने में कठिनाई, रात के बीच में जागना और सुबह जल्दी उठ जाने की समस्या होती है, जिससे दिनभर थकान और ऊर्जा की कमी महसूस होती है।
4. मां बनने के बाद
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को रात में बहुत सारी समस्या होती है जैसे पीठ दर्द या तो फिर बार-बार वॉशरूम जाना इसकी वजह से उनकी नींद खराब हो जाती है। प्रेगनेंसी के बाद जब महिलाएं सारा समय अपने बच्चों को दे देती है तो उनके पास खुद के लिए समय नहीं रहता। रात में बार-बार बच्चे के रोने और स्तनपान कराने जो नींद पूरी न हो पाने के कारण बनता है।
5. अनियमित जीवनशैली
अक्सर महिलाएं अपने जीवनशैली को अनियमित रखती है, जिसकी वजह से उनकी नींद अत्यधिक प्रभावित होती है। अभी दिन भर के काम करने के बाद भी रात में भी जाती है, खानपान का समय ठीक नहीं होता और सोने के समय में बदलाव होता रहता है जिसके कारण नींद प्रभावित होता है। इसके अलावा, अधिक कैफीन या अल्कोहल का सेवन भी नींद की समस्या उत्पन्न करता है।