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महिलाओं को पता होने चाहिए ब्रेस्टफीडिंग से जुड़े ये 5 मिथक

महिलाओं को प्रेगनेंसी के बाद डिलीवरी होने पर बच्चे को अपना दूध पिलाना होता है। इस दौरान यह बच्चे के लिए सबसे बेहतर आहार माना जाता है। लेकिन अलग -अलग जगहों पर महिलाओं द्वारा ब्रेस्टफीडिंग कराए जाने को लेकर कई मिथक मौजूद हैं।

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Priya Singh
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Breastfeeding(Unsplash)

Women Should Know These 5 Myths Related To Breastfeeding (Image Credit - Unsplash)

Women Should Know These 5 Myths Related To Breastfeeding: महिलाओं को प्रेगनेंसी के बाद डिलीवरी होने पर बच्चे को अपना दूध पिलाना होता है। इस दौरान यह बच्चे के लिए सबसे बेहतर आहार माना जाता है। साइंटिफिक रूप से भी ब्रेस्टफीडिंग को बच्चे के लिए बहुत ही बेहतर और जरूरी बताया गया है। क्योंकि इसमें वो सभी तत्व मौजूद होते हैं जो बच्चे को स्वस्थ रखने और मजबूत बनाने का काम करते हैं। लेकिन अलग -अलग जगहों पर महिलाओं द्वारा ब्रेस्टफीडिंग कराए जाने को लेकर कई मिथक मौजूद हैं। जिनपर लोग आसानी से भरोषा कर कर लेते हैं। तो आइये जानते हैं कौन से हैं वो मिथक और क्या है उनकी सच्चाई-

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महिलाओं को पता होने चाहिए ब्रेस्टफीडिंग से जुड़े ये 5 मिथक

मिथक: ब्रेस्ट फीड कराने से ब्रेस्ट ढीले हो जाते हैं

फैक्ट: ब्रेस्टफीड कराने से ही ब्रेस्ट ढीले नहीं होते। स्तन के आकार और प्रकार में परिवर्तन गर्भावस्था, हार्मोन और जींस से अधिक संबंधित हैं। गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान सपोर्टिव ब्रा पहनने से सैगिंग को कम करने में मदद मिल सकती है।

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मिथक: फॉर्मूला फीडिंग स्तनपान के बराबर है

फैक्ट: ब्रेस्टमिल्क बच्चे की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए स्पेशली तैयार होता है। इसमें एंटीबॉडीज़ होते हैं जो शिशुओं को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। हालाकि फॉर्मूला आवश्यक पोषक तत्व प्रदान कर सकता है। लेकिन इसमें ब्रेस्ट मिल्क में पाए जाने वाले कुछ तत्वों की कमी होती है।

मिथक: छोटे स्तनों से कम दूध निकलता है

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फैक्ट: स्तन का आकार किसी महिला की मिल्क प्रोडक्शन करने की क्षमता निर्धारित नहीं करता है। एक महिला द्वारा उत्पादित दूध की मात्रा हार्मोनल संकेतों और बच्चे की नीड्स पर निर्भर करती है। छोटे ब्रेस्ट वाली महिलाएं उतना ही दूध प्रोडूस कर सकती हैं जितना बड़े स्तन वाली महिलाएं।

मिथक: ब्रेस्ट फीडिंग कराने में दर्द नहीं होना चाहिए

फैक्ट: स्तनपान कराने में आदर्श रूप से दर्द नहीं होना चाहिए। लेकिन शुरुआती दिनों में कुछ असुविधा आम है क्योंकि मां और बच्चा दोनों सही स्तन और स्थिति सीख रहे हैं। लेकिन ज्यादा दर्द या निपल में समस्या सामान्य नहीं है।

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मिथक: अगर आप दवाएं ले रहे हैं तो आपको ब्रेस्टफीडिंग नहीं कराना चाहिए

फैक्ट: कई दवाएँ स्तनपान के अनुकूल होती हैं और डॉक्टर अक्सर ऐसी दवाएँ लिख सकते हैं जो स्तनपान कराने वाली माओं के लिए सुरक्षित हों। इसलिए स्तानपान के समय समस्या होने पर मेडिकल चेकअप के समय अपने डॉक्टर को अपने ब्रेस्टफीडिंग के बारे में बता दें।

चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

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