Does Body Count Matters In Relationship: आजकल सोशल मीडिया पर बॉडी काउंट का ट्रेंड बहुत चल रहा है। बहुत सारे लोग तो इसका मतलब भी नहीं जानते हैं। इसका मतलब होता है कि एक व्यक्ति ने कितने लोगों के साथ सेक्स किया है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इसका आपके रिलेशनशिप के साथ कोई लेना-देना है। क्या किसी रिश्ते में बॉडी काउंट मैटर करता है? जब हम किसी नए रिश्ते में आते हैं तो सामने वाले की रोमांटिक जिंदगी के बारे में हम सब उत्सुक होते हैं। हम यह जानने के भी इच्छा रखते हैं कि उसे व्यक्ति ने कितने लोगों के साथ सेक्स किया है। चलिए आज इस टॉपिक पर बात करते हैं-
रिश्ते में Body Count की क्या भूमिका है?
सबसे पहले आपको इस बात को समझने की जरूरत है कि किसी भी रिश्ते को बॉडी काउंट डिफाइन नहीं करता है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि एक व्यक्ति ने अपने अतीत में कितने लोगों के साथ सेक्स किया है। आप किसी व्यक्ति को इस बात से जज नहीं कर सकते हैं और ना ही इससे किसी व्यक्ति की वर्थ डिसाइड होती है। अगर आप किसी व्यक्ति को गहराई से समझाना चाहते हैं या फिर उसके साथ एक कनेक्शन बनाना चाहते हैं तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उस व्यक्ति का बॉडी काउंट कितना है।
हर व्यक्ति का पास्ट होता है
किसी भी रोमांटिक रिलेशनशिप में आते समय आपको यह बात समझनी चाहिए कि हर व्यक्ति का एक अतीत होता है और उसके आधार पर हम उस व्यक्ति को जज नहीं कर सकते हैं क्योंकि हर व्यक्ति के साथ हमारी बॉन्डिंग और स्थिति अलग होती है। इसके साथ ही अभी किसी के अतीत में ज्यादा गुस्सा नहीं चाहिए क्योंकि इससे नया रिश्ते बनने में कठिनाई आ सकती है।
यौन हिस्ट्री के बारे में जानना अलग बात है
पार्टनर के साथ अपनी सेक्सुअल हेल्थ के बारे में डिस्कस करना एक अलग बात है लेकिन अगर आप यह जानना चाहते कि व्यक्ति कितने लोगों के साथ सेक्स किया है या फिर उसके कितने सेक्सुअल पार्टनर है तो यह सही बात नहीं है । इससे हमारे दिमाग में उसे व्यक्ति के लिए जलन भी पैदा हो सकती है या फिर हम उसे इस बात से जज भी कर सकते हैं। वह भी सोच सकते हैं कि शायद वह व्यक्ति हमारे लिए सिर्फ सेक्स के लिए ना जुड़ रहा हो।
फैसला आपके हाथ में है
यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आपको अपने पार्टनर के साथ बॉडी काउंट शेयर करना है या नहीं। इसमें कोई जरूरी बात नहीं है। आपके पास ऑटोनॉमी है कि आप अपने होने वाले पार्टनर के साथ किस तरीके की जानकारी शेयर करना चाहते हैं। यह फैसला आपको खुद लेना चाहिए। दूसरी तरफ अगर आपका पार्टनर इस बारे में आपके साथ कुछ शेयर करना चाहता है तो आपको उसके लिए सुरक्षित माहौल बनाना चाहिए और बिना जजमेंट के उसको सुनना चाहिए। आपको म्युचुअल रिस्पेक्ट के साथ एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ना चाहिए। अगर आप इस टॉपिक पर नहीं बात करना चाहते हैं तो भी कोई बात नहीं है लेकिन इसके लिए किसी को जज करना या फिर इससे किसी की वर्थ डिसाइड करना बिल्कुल गलत है।