पेरेंटिंग: बेटे और बेटी की परवरिश में काफी फर्क होता है। जहां समाज में बेटों को आजादी दी जाती, वहीं बेटियों को कुछ नियमों के दायरे में रहने को बोला जाता हैं। यही कारण है कि माता-पिता को अपने बेटी की परवरिश करते वक़्त कई बातों को ध्यान रखना पड़ता हैं।
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