Advertisment

घर बचाना ज़रूरी है या बेटी की ज़िंदगी?

हर माँ-बाप अपनी बेटी की शादी के बाद उसकी खुशनुमा ज़िंदगी की कामना करते हैं लेकिन अगर बेटी उस शादी में खुश नहीं है तो क्यों उस पर ऐसे रिश्ते को निभाने का ज़ोर डाला जाता है? इसी जद्दो-जहद में लड़कियाँ कई बार अपनी ज़िंदगी से हाथ धो बैठती हैं।

author-image
Mandie Panesar
New Update
crying woman (Pinterest).png

It Is Important To Save Life Of Your Girl Than Her Marriage? (Pinterest)

It Is Important To Save Life Of Your Girl Than Her Marriage: हर माँ-बाप अपनी बेटी की शादी के बाद उसकी खुशनुमा ज़िंदगी की कामना करते हैं लेकिन अगर बेटी उस शादी में खुश नहीं है तो क्यों उस पर ऐसे रिश्ते को निभाने का ज़ोर डाला जाता है? इसी जद्दो-जहद में लड़कियाँ कई बार अपनी ज़िंदगी से हाथ धो बैठती हैं। 

Advertisment

घर बचाना ज़रूरी है या बेटी की ज़िंदगी?

अक्सर हमारे घरों में माँ-बाप को शादी-शुदा बेटियों से यह कहते हुए सुना जाता है कि घर बचाने के लिए चुप रहना। हर बात को जी कह कर मानना और सब की सेवा करना। यह सब करना किसी औरत के लिए मुश्किल नहीं है, लेकिन जब माँ-बाप अपनी बेटी की दुःख-तकलीफ को सुनने से मना कर देते हैं और उसी घर में गुज़ारा करने की सलाह देते हैं तो उसके लिए जीना नामुमकिन सा हो जाता है। हम इसी तरह कई औरतों को ससुराल के दुखों को सहते हुए अपनी जान गंवाते हुए देखते हैं। 

1. अपनी बेटी की बात सुनें 

Advertisment

बातचीत हर मुश्किल का हल हो सकती है। कोई भी बेटी अपने असल दुःख माँ-बाप से जल्दी शेयर नहीं करती और अगर वह आपसे कुछ बात कर रही है तो ज़माने के डर से उसे चुप न कराएं। उसकी बात को सुनें और समझने की कोशिश करें। हो सकता है कि उसका दर्द इतना बढ़ चुका हो कि आप ही उसका आखिरी रास्ता हों और अगर आप ही उसे निराश कर देंगे तो आपकी बच्ची क्या ही करेगी। 

2. समाज नहीं, आपकी बच्ची है ज़रूरी 

समाज क्या कहता है और क्या सोचता है, यह बातें आप जितना सोचेंगे, ज़िंदगी में उतना पीछे चले जाएंगे क्योंकि लोग ख़ुद तरक्की चाहते है लेकिन दूसरों को तरक्की करते हुए नहीं देखना चाहते। दुनिया उतना अपने दुःख से परेशान नहीं जितना दूसरों की ख़ुशी से परेशान होती है। इस लिए आपको अपनी बेटी की भलाई के बारे में सोचना है न कि रिश्तेदारों या पड़ोसियों के बारे में। 

Advertisment

3. बेटी का हाल पूछते रहें 

याद रखें कि अपनी बेटी का हाल पूछने से आप उसका घर खराब नहीं कर रहे। आपने बेटी की शादी की है लेकिन उसे छोड़ा नहीं, वो आज भी आपकी बेटी है। उसका हाल-चाल पूछते रहने से ससुराल वालों को भी लगेगा कि उसका परिवार उसके साथ खड़ा है। अगर आपकी बेटी किसी दुःख में होगी तो वह आपको कुछ चाहे न बताए लेकिन उसकी आवाज़ और बात करने का तरीका काफी कुछ ब्यान कर जाएगा। 

4. बेटी आपकी ही है 

Advertisment

'शादी होने के बाद बेटी पराई हो जाती है' यह बात कहने-सुनने में अच्छी लगती है लेकिन बेटी तो वो आप ही की है और आप ही की रहेगी। कोई भी उसे आपसे ज़्यादा प्यार नहीं कर पायेगा। इसलिए उसको बार-बार पराई होने का एहसास भी न करवाएं कि उसे एक दिन ऐसा ही लगने लगे कि इस दुनिया में वो अकेली है। 

समय-समय पर अपनी बेटी को मिलने जाते रहें ताकि जो चीज़ आप फ़ोन पर मिस कर रहे हों आपको वो बात भी पता चलती रहे। अगर आपको कुछ भी प्रॉब्लम लगे तो अपनी बेटी को अकेला महसूस न होने दें और उसे यह बात क्लेअरली समझा दें कि आपके लिए आपकी बेटी कि ख़ुशी और ज़िंदगी सबसे ऊपर है। 

बेटी की ज़िंदगी
Advertisment