गीतांजलि श्री 2022 में अपने अनुवादित हिंदी उपन्यास 'टॉम्ब ऑफ सैंड' के लिए अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय हैं। उनके जीवन, प्रकाशन उद्योग पर प्रभाव और क्षेत्रीय भाषाओं पर उनके विचारों को जानने के लिए आगे पढ़ें।
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