ओपिनियन: महिलाओं को हर एक क्षेत्र में संघर्ष करना ही पड़ता है। लैंगिक असमानता बचपन से लेकर बूढ़े होने तक महिलाओं का पीछा नहीं छोड़ती है। उन्हें पढ़ाई के लिए, कपड़ों के लिए या फिर बाहर जाकर रहने को लेकर तमाम असमानताएं झेलनी पड़ती हैं। अधिक पढ़ें इस ब्लॉग में-
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