स्त्री नवजीवन की जननी है। लेकिन आज भी कई जगह बेटियों को लेकर गलत धारणाएँ और पूर्वाग्रह मौजूद हैं। भले ही आधुनिक समय में शिक्षा और जागरूकता का प्रसार हुआ हो, लेकिन बेटी के जन्म के बाद माँ के प्रति अनचाहे व्यवहार को नकारा नहीं जा सकता।
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