भारत में अभी भी सेक्स एजुकेशन को स्कूल करिकुलम का हिस्सा नहीं बनाया गया है। इसलिए शायद हम में से कई लोग अभी भी इंटरनेट की सुविधा से इस विषय की जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। सच तो यह है कि किसी ने समय निकालकर, हमारे साथ बैठ कर हमें बताया ही नहीं कि सच क्या है और झूठ क्या।
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