ब्लॉग: महिलाओं की चुनावों में अधिक भागीदारी से उनकी आवाज़ को मजबूती मिलती है, नीति निर्माण में उनकी भूमिका बढ़ती है, और समाज में उनकी भूमिका मजबूत होती है। इससे न केवल लैंगिक समानता को बढ़ावा मिमिलता है, बल्कि समाज अधिक समावेशी बनता है।
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे