ब्लॉग: "पूरा दिन क्या करती हो?" या "कब कोई 'असली' काम करोगी?" आज के समाज में गृहिणियों को अक्सर ऐसे कमेंटों का सामना करना पड़ता है, जो उनके योगदानों के व्यापक महत्व को नजरअंदाज करते हैं, और एक घर को फलते-फूलते रखने के लिए आवश्यक समर्पण को कम आंकते हैं।
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