Learning to Forgive Yourself and Move Forward: महिलाओं को गलतियों के लिए बहुत बुरा महसूस करवाया जाता है। ऐसा समझा जाता है कि एक महिला से कोई गलती नहीं होनी चाहिए और अगर उससे कोई गलती हो भी जाती है तो उसकी परवरिश पर सवाल उठाए जाते हैं या फिर काबिलियत पर शक किया जा सकता है। गलती हर किसी इंसान से हो सकती है। इसमें जेंडर स्पेसिफिक कोई बात नहीं है लेकिन हमारे समाज में लोगों को महिलाओं को नीचा दिखाने का मौका चाहिए होता है। उन्हें हर बात में महिलाओं को कम और पुरुषों को पावरफुल दिखाना होता है। चलिए आज हम बात करेंगे कि कैसे महिलाओं को उनकी गलतियां डिफाइन नहीं करती हैं-
महिलाएं समझें कि गलतियां उन्हें डिफाइन नहीं करती हैं
सबसे पहले आपको समझना होगा कि इस यूनिवर्स में कोई भी चीज परफेक्ट नहीं है। अगर आप नेचर में भी गलतियां ढूंढने लगेंगे तो आपको उसमें भी बहुत सारी मिल जाएंगी। ऐसे में अगर आप ऐसा इंसान बनने की कोशिश कर रहे हैं जिससे कोई भी गलती ना हो और सब की नजरों में परफेक्ट बने रहें तो यह एक ड्रीम या फिर एक इल्यूजन है जिससे आप कभी भी ग्रोथ नहीं कर पाएंगे और हमेशा खुद को ही नुकसान पहुंचाएंगे।
गलती में मौका ढूंढना भी हर किसी को नहीं आता है। इसके लिए आपको अपना माइंडसेट शिफ्ट करना पड़ता है। आपको एक ऐसा माइंडसेट डेवलप करना पड़ता है जहां पर आप छोटी-छोटी चीजों की परवाह नहीं करते हैं और इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं। आप खुद के बारे में और अपनी काबिलियत के बारे में पता होना चाहिए ताकि दूसरों की बातों पर जल्दी विश्वास ना कर पाएं। इसलिए महिलाओं को सेल्फ अवेयरनेस पर भी जरूर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही आप गलतीयों से भी जरूर सीखें।
गलतियां उन लोगों के लिए बुरी हो सकती हैं जो इन्हें रिपीट करते हैं लेकिन जो हर गलती पर कुछ नया सीखते हैं और उसमें सुधार करते हैं वो लोग जिंदगी में हमेशा कामयाब होते हैं। इसलिए महिलाओं से अगर कोई गलती हो भी जाती है या फिर उन्हें कुछ समझ नहीं आता है तो इससे उन्हें अपनी वर्थ डिसाइड करने की जरूरत नहीं है। वे अगली बार से ध्यान रखें कि उन्हें इन चीजों को नहीं करना है और हमेशा ही कुछ नया सीखते रहें। अगर वे गलतियों के डर से नया ट्राई करना छोड़ देंगी या फिर खुद को एक्सप्लोरर करना बंद कर देंगी तो इससे उनकी ग्रोथ के ऊपर फर्क पड़ेगा लेकिन दूसरे की जिंदगी पर कोई असर नहीं होगा।