All About Orgasm: बहुत बार ऐसा होता है की ऑर्गेज्म और प्लेजर को एक जैसा ही समझ लिया जाता है। क्या यह दोनों का मतलब एक ही होता हैं? इन्हें एक दूसरे की जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है। आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं-
जानिए Orgasm और Pleasure में क्या अंतर होता है?
Pleasure: सबसे पहले प्लेजर के बारे में जानते हैं। यह ऐसी चीज़ है जिससे हम को अच्छा महसूस होता है जैसे बीच पर वॉक करना, हमारा पसंदीदा खाना और सनबाथ। जब सेक्सुअल प्लेजर की बात आती है तब यह शारीरिक और मानसिक संतुष्टि और आनंद है जो कामुक अनुभवों से आती है जैसे पार्टनर का हाथ पकड़ना, किस करना, गले लगाना और सेक्सी मूवी देखना आदि।
प्लेजर का दिमाग में आते ही हम जेनिटल या फिर ब्रैस्ट और निप्पल के बारे में सोच लेते हैं लेकिन यह इससे भी बढ़कर है। यह बहुत वाइड है और आपको कहीं भी प्लेजर महसूस हो सकता है गले पर चूमने से, मसाज या फिर आपकी बॉडी में ऐसा पार्ट जहाँ आपको प्लेजर मिलता हो। पार्टनर के साथ प्लेजर महसूस करने के लिए आपको बात करने पड़ेगी। उन्हें अपने बारे में बताना होगा। आप अपनी पसंद और नापसंद उनके साथ शेयर जरूर कीजिए।
Orgasm: यह सेक्सुअल टेंशन का बनना है। यह आपकी मंजिल है जो आमतौर पर जेनिटल जैसे मास्टरबेशन और पार्टनर के साथ हो सकता है। इससे यह एक ऐसे बिंदु पर पहुँच जाता है जिसमें आप बहुत ज्यादा अच्छा महसूस करते हैं। कुछ लोग ऑर्गेज्म महसूस कर सकते हैं और नहीं भी। यह सब अपनी बॉडी को समय देने से ही होता है। आप को अपनी बॉडी को जानने में और सेंसेशन बनने में समय लग सकता है। इसके साथ ही कैसी मानसिक स्थिति में आप अपने को और पार्टनर के साथ रिलैक्स करते हैं।ऑर्गेज्म के बारे में सीखना बहुत जरुरी है।
ऑर्गेज्म कुछ ही समय तक रहता है लेकिन इस दौरान बहुत अच्छा महसूस होता है। आपकी बॉडी के जेनिटल और सेक्सुअल जोन में सेक्सुअल स्टिमुलेशन के दौरान ऑर्गेज्म होता है। इसमें पेनिस, टेस्टिकल्स, क्लिटोरिस, वजाइना, निप्पल्स और एनस शामिल है।
जब आप कोई भी सेक्सुअल एक्टिविटी में भाग लेते हैं तब आप बहुत सारे मानसिक और शारीरिक बदलाव से गुजरते हैं इसे 'सेक्सुल रिस्पांस साइकिल' कहते है। इसकी चार स्टेजस होती हैं जिसमें ऑर्गेज्म तीसरे नंबर पर है। इसे क्लाइमेक्स भी कहा जाता है।
बॉडी को ऑर्गेज्म के अनेक फायदे होते हैं जैसे हार्ट हेल्थ में बढ़िया होती है, मासिक धर्म के दौरान क्रैम्प्स से राहत, आत्म विशवस बढ़ता है, नींद अच्छी होती है और स्ट्रेस कम होता है।