Red Flags In Relationship: रिलेशनशिप्स हमारी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा हैं। हमें प्यार और कनेक्शन का एहसास दिलाने वाले ये रिश्ते हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। रिश्ते की मजबूती के लिए ज़रूरी है कि आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत कर सकें। लेकिन हर रिश्ते हमारी जिंदगी को बेहतर नहीं बनाते। कुछ रिश्ते हमें मानसिक और शारीरिक नुकसान भी पहुंचाते हैं। अगर आपको किसी भी तरह का खतरा महसूस हो, तो उस रिश्ते पर ध्यान देना जरूरी है। ऐसे टॉक्सिक व्यवहार को पहचानना और उनसे दूर रहना आपकी मानसिक सेहत के लिए बेहद आवश्यक है।
टॉक्सिक रिलेशनशिप क्या होती है?
टॉक्सिक रिलेशनशिप वह रिश्ते होते हैं जो आपकी मानसिक और भावनात्मक सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। इन रिश्तों में अक्सर नियंत्रण, अविश्वास, और भावनात्मक दुर्व्यवहार होता है, जिससे व्यक्ति को असुरक्षा और गिल्ट का अनुभव होता है। पार्टनर का व्यवहार इतना हानिकारक हो सकता है कि व्यक्ति अपनी पहचान और आत्म-सम्मान खो देता है। टॉक्सिक रिश्ते में प्यार की कमी होती है और यह आपको निरंतर तनाव और चिंता में रखता है। ऐसे रिश्तों से बाहर निकलना आवश्यक है ताकि आप एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जी सकें।
रिलेशनशिप में रेड फ्लैग्स को पहचानना
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कंट्रोलिंग बिहेवियर: अगर कोई आपके पहनावे या आपके जाने की जगहों को नियंत्रित करने की कोशिश करता है, तो यह एक रेड फ्लैग है। यह दर्शाता है कि वह आपको अपने तरीके से जीने नहीं दे रहा।
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नार्सिसिज्म: एक नार्सिसिस्ट व्यक्ति खुद को ही सबसे महत्वपूर्ण मानता है और जब कोई उनके इस विश्वास को चुनौती देता है, तो वे भड़क जाते हैं। ऐसे लोग संबंधों में तनाव पैदा कर सकते हैं।
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भावनात्मक और शारीरिक दुर्व्यवहार: किसी को भी अपने व्यक्तिगत समस्याओं के लिए आपको टारगेट बनाना नहीं चाहिए। यह आपकी मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
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गिल्ट और अनसेफ फीलिंग: अगर आप किसी के साथ हैं और आपको हमेशा गिल्ट या अनसेफ फीलिंग होती है, तो यह एक स्पष्ट संकेत है कि वह रिश्ता सही नहीं है।
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एंगर मैनेजमेंट इश्यूज: अगर आपके साथी को गुस्से पर नियंत्रण नहीं है, तो आप हमेशा खतरे में रह सकते हैं। किसी भी विवाद के दौरान आपको डर महसूस नहीं होना चाहिए।