Shivesh Bhatia: The Unconventional Path to Success: समाज में अक्सर शैक्षणिक और पेशेवर उपलब्धियां ही व्यक्ति के मूल्य का निर्धारण करती हैं, लेकिन शिवेश भाटिया ने इस मानक को चुनौती दी। एक ऐसे परिवार से आने वाले शिवेश ने गणित छोड़कर, रचनात्मकता के रास्ते को चुना, जिसने उनके परिवार और समाज को हैरान कर दिया। शैली चोपड़ा के शो 'The Rule Breaker Show' में शिवेश ने अपनी इस अनोखी यात्रा के बारे में खुलकर बात की।
जानिए कैसे शिवेश भाटिया ने नियम तोड़कर बनाई अपनी दुनिया
एक अलग रास्ता चुनना
शिवेश के दादा प्रोफेसर थे, पिता फाइनेंस में हैं और बुआ-फुफेरे डॉक्टर। ऐसे परिवार में पले-बढ़े शिवेश के लिए 10वीं के बाद गणित छोड़ना एक बड़ा फैसला था। परिवार और समाज की उम्मीदों के बावजूद, उन्होंने कला की दुनिया में कदम रखा और राजनीति विज्ञान में स्नातक किया।
कॉलेज के दिनों में उन्होंने कंटेंट क्रिएशन की शुरुआत की, जो उस समय के लिए एक अजीबोगरीब फैसला था। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि वो इंटरनेट पर चीजें पोस्ट करके पैसा कैसे कमा रहा है। लेकिन शिवेश ने अपने दिल की सुन ली और एक सच्चे रूल ब्रेकर की तरह आगे बढ़े।
बेकिंग का प्यार
शिवेश को बेकिंग का प्यार अपनी दादी से मिला। दादी की बनी केक की यादें उनके दिल में आज भी ताज़ा हैं। एक मुश्किल समय में उन्होंने खुद बेकिंग की शुरुआत की। हालांकि शुरुआत में सफलता नहीं मिली, लेकिन इसी से उनके अंदर मिठाई बनाने का जुनून पैदा हुआ।
सीखना सबसे अच्छों से
कॉलेज के दौरान ही शिवेश ने कुशल शेफ पूजा ढिंगरा और संजना पटेल के साथ काम किया। इससे उन्हें किचन के अलावा मार्केटिंग और सोशल मीडिया के बारे में भी समझ आया। यहीं से उन्हें पता चला कि उनकी असली रुचि कहां है।
कंटेंट क्रिएशन की दुनिया में सफलता
कॉलेज के दिनों में ही शिवेश ने ब्रांड्स के साथ काम करना शुरू किया। धीरे-धीरे उनका नाम एक कंटेंट क्रिएटर के रूप में उभरा। हालांकि, इस दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लोग कहते थे कि पेस्ट्री किचन पुरुषों के लिए नहीं है। लेकिन शिवेश ने इन सब बातों को दरकिनार कर अपनी मेहनत से सफलता पाई।
भविष्य की उम्मीदें
अपनी यात्रा को देखते हुए शिवेश मानते हैं कि एक अनकंवेंशनल करियर में चुनौतियां होती हैं। लेकिन वो कंटेंट क्रिएटर इकोनॉमी के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। उनकी कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपने जुनून के आधार पर करियर बनाना चाहते हैं।
शिवेश ने साबित किया कि समाज के नियमों को तोड़कर भी सफलता पाई जा सकती है। उनकी कहानी हमें प्रेरित करती है कि अपने दिल की सुनें और अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ें।