Why Are Women Struggling With Mental Health: दुनिया में महिलाएं बुरे मेन्टल हेल्थ के परेशानियों से जूझ रही है और यह होने के कईं सारे कारण है। वह इसलिए की उन्हें वो समय नहीं मिलता अपनी बात रखने का या अपनी मन की बात करने का किसी से जो उनके बातों को समझे। हमारे माँ और उनके माँओं के जनरेशन में मेन्टल हेल्थ का कांसेप्ट तो बिलकुल भी नहीं था, तो औरतों के मेन्टल हेल्थ की बात तो बहुत दूर की है। ऐसे में महिलाएं बहुत समय से अपने भावनाओं को दबाते हुए आये जा रही है जो की उनके लिए सही नहीं होता है। उनके दुःख, दर्द, अकेलापन और बातों को शायद हम खुदसे नहीं समझ सकते और वह इसलिए क्यूंकि यह बातें करना वो कभी सीखती ही नहीं है।
यह आदतें ठीक करना हमारे आज के जनरेशन के लिए बहुत ज़रूरी है क्यूंकि हमें मेन्टल हेल्थ की इम्पोर्टेंस समझ आती है और हम उनका दर्द बेहतर समझने की कोशिश कर सकते हैं जो ऐसे दुखों से गुज़र रहें होते हैं। हम अपने माँ, बेटी, बहनों से उनके दिल और दिमाग की बातें जानने का अगर इनिशिएटिव लेने लगे और उनसे अच्छे से कम्यूनिकेट करने लगे तो शायद यह परेशानी, समाज में कम होने लगे।
क्यों करती है महिलाएं अपने मेन्टल हेल्थ के साथ स्ट्रगल?
महिलाओं से उनके मेन्टल हेल्थ के बारे में पूछने वाले लोग बहुत ही कम हैं इस समाज में और यह बड़े ही दुःख की बात है की आज के समय में भी लोगो के मेन्टल हेल्थ को इम्पोर्टेंस नहीं दिया जा रहा जितना वो डिज़र्वे करते हैं।
महिलाएं अपने जीवन में कितना कुछ देखती है, बेटी से बहु बनना और फिर पत्नी से माँ। यह सारे बहुत ही बड़े बड़े ट्रांसिशन्स होते हैं जो की महिलाओं पर अच्छा खासा असर छोर जाती है। ऐसे में ही जब वह अपने अंदर के भावनाओ को ठीक से बहार नहीं निकलती पुरे तरह से तो यह सब उनके मन में जमा होने लगता है और उनके मन को भरी कर देता है जिससे वह बुरे मेन्टल हेल्थ का शिकार बन जाते हैं। इसी आदतों को बदलने की ज़रूरत हो चुकी है इस समाज में ताकि महिलाएं भी खुश रह पाएं।