Why Do We Bring Gender Bias in Children's Gifts: बच्चों को गिफ्ट्स देने की परंपरा हर समाज में प्रचलित है, लेकिन इसमें जेंडर बायस यानी लिंगभेद भी देखा जाता है। इसका मुख्य कारण है पितृसत्तात्मक समाज की सोच, जिसमें लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग भूमिकाएं और अपेक्षाएं निर्धारित की जाती हैं। यह बायस न केवल बच्चों के मानसिक विकास को प्रभावित करता है, बल्कि उनके भविष्य की संभावनाओं को भी सीमित कर सकता है। यहां कुछ कारण बताए गए हैं कि हम बच्चों के गिफ्ट्स में जेंडर बायस क्यों लाते हैं।
हम बच्चों के तोहफे में Gender Bias क्यों लाते हैं?
समाज की पितृसत्तात्मक सोच
हमारा समाज लंबे समय से पितृसत्तात्मक रहा है, जिसमें पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग भूमिकाएं तय की गई हैं। इसी सोच के कारण लड़कों को कार, बंदूकें और खेल उपकरण जैसे गिफ्ट्स दिए जाते हैं, जबकि लड़कियों को गुड़िया, किचन सेट और सजावट के सामान दिए जाते हैं। यह विभाजन बच्चों के मानसिक और सामाजिक विकास पर गहरा प्रभाव डालता है।
मीडिया और विज्ञापन
मीडिया और विज्ञापन भी जेंडर बायस को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। टीवी शोज, फिल्मों और विज्ञापनों में लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग प्रकार के गिफ्ट्स को प्रमोट किया जाता है। इससे बच्चों और उनके माता-पिता के मन में यह धारणा बनती है कि कुछ गिफ्ट्स केवल लड़कों के लिए और कुछ केवल लड़कियों के लिए होते हैं।
परंपरागत विचारधाराएं
हमारे समाज में परंपरागत विचारधाराएं भी गहरी जड़ें जमाए हुए हैं, जिसमें माना जाता है कि लड़के मजबूत और साहसी होते हैं जबकि लड़कियां कोमल और संवेदनशील। इस धारणा के कारण गिफ्ट्स का चयन भी इसी आधार पर किया जाता है। लड़कों को सक्रियता और साहस को बढ़ावा देने वाले गिफ्ट्स दिए जाते हैं, जबकि लड़कियों को सौंदर्य और देखभाल से जुड़े गिफ्ट्स दिए जाते हैं।
पारिवारिक दबाव और अपेक्षाएं
परिवार के सदस्य भी जेंडर बायस को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अक्सर दादा-दादी, नाना-नानी और अन्य रिश्तेदार बच्चों के लिए गिफ्ट्स का चयन करते समय लड़के और लड़की की भूमिकाओं और अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हैं। इससे बच्चे भी यही सोचने लगते हैं कि उनके लिए क्या उपयुक्त है और क्या नहीं।
शिक्षा और जागरूकता की कमी
जेंडर बायस को समाप्त करने के लिए शिक्षा और जागरूकता की बहुत आवश्यकता है। बच्चों को यह समझाना जरूरी है कि वे किसी भी प्रकार के गिफ्ट्स का आनंद ले सकते हैं, चाहे वह लड़कों के लिए माने जाने वाले गिफ्ट्स हों या लड़कियों के लिए। इसके लिए स्कूलों और घरों में बच्चों को समानता और निष्पक्षता के महत्व को सिखाना चाहिए।
बच्चों के गिफ्ट्स में जेंडर बायस एक गंभीर मुद्दा है जो समाज की गहरी जड़ित धारणाओं और परंपराओं का परिणाम है। इसे समाप्त करने के लिए समाज को अपनी धारणाओं में बदलाव करना होगा और बच्चों को समानता की भावना सिखानी होगी। इससे बच्चों का मानसिक विकास स्वस्थ और समग्र रूप से होगा और वे एक समान और समृद्ध समाज का निर्माण कर सकेंगे।