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How to protect children from heat stroke during summer: गर्मियों में धूप और छुट्टियों की मस्ती तो होती है, लेकिन यह बच्चों की सेहत के लिए खतरा भी बन सकती है। खासकर लू लगने का डर ज्यादा रहता है क्योंकि बच्चों का शरीर जल्दी असर में आ जाता है। अगर ध्यान न दिया जाए तो हीट स्ट्रोक से हालत बिगड़ सकती है। इसलिए मां-बाप और देखभाल करने वालों को सावधानी जरूर बरतनी चाहिए।
Heat Shield Tips: गर्मियों में बच्चों को लू से बचाने के प्रभावी उपाय
1. खेलने का समय निर्धारित करें
सबसे जरूरी बात यह है कि बच्चों को दोपहर में बच्चों को बाहर न निकलें दें, क्योंकि इस वक्त धूप सबसे तेज होती है और लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। अगर बच्चे बाहर खेलना चाहें तो उन्हें केवल सुबह जल्दी या फिर शाम को सूरज ढलने के बाद ही खेलने दें।
2. हल्के और सूती कपड़े पहनाएं
गर्मियों में बच्चों को हल्के रंगों के सूती और ढीले कपड़े पहनाएं। ये कपड़े हवा को आने-जाने देते हैं और पसीना आसानी से सोख लेते हैं। गहरे रंगों से बचें, क्योंकि वे ज्यादा गर्मी खींचते हैं। बाहर जाते समय टोपी या छाता जरूर इस्तेमाल करें।
3. हाइड्रेशन का ध्यान रखें
गर्मियों में बच्चों का शरीर हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है। उन्हें बार-बार पानी पीने के लिए कहें, भले ही प्यास न लगी हो। नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ और ताजे फलों का जूस जैसे प्राकृतिक पेय दें। कोल्ड ड्रिंक और डिब्बाबंद जूस से बचें, क्योंकि इनमें ज्यादा शुगर होती है।
4. घर का माहौल अच्छा, ठंडा और हवादार रखें
घर का तापमान सामान्य बनाए रखने के लिए खिड़कियां खोलकर हवा आने-जाने दें। अगर एसी या कूलर चलाते हैं, तो ध्यान रखें कि ठंडी हवा बच्चे पर सीधे न लगे। सोते समय बच्चे को हल्के कपड़े पहनाएं ताकि शरीर को ठंडक मिलती रहे।
5. लक्षणों को पहचकर समय पर इलाज कराएं
हीट स्ट्रोक के आम लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, त्वचा का गर्म और लाल होना, पसीना न आना और बेहोश होना शामिल हैं। अगर बच्चे में ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। तब तक बच्चे को ठंडी जगह पर रखें, उसके कपड़े ढीले करें और शरीर को ठंडा करने की कोशिश करें।