Why We Should Let Kids Make Mistakes and Learn from Them: जब घर पर बच्चा कोई छोटी गलती भी कर देता है तो उसे बहुत डांटा जाता है। इस तरह उसे बहुत ही बुरा महसूस करवाया जाता है जो उसकी मेंटल हेल्थ के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। इससे बच्चा गलती करने से डरने लग जाता है। बच्चे को लगता है कि अगर वो गलती करेंगे तो उसे कोई भी पसंद नहीं करेगा। इसलिए बच्चा Perfectionism का शिकार भी हो जाता है। अब समय आ गया है कि पेरेंट्स अपने बच्चों को गलतियों को करने दें और उन्हें एक मौके की तरह देखें। चलिए जानते हैं कि बच्चों को गलतियों क्यों करने देनी चाहिए?
बच्चे को गलती क्यों करने देना चाहिए?
Resilience डेवलप होता है
अगर आप बच्चों के अंदर रेजिलियेंस डेवलप करना चाहते हैं तो आपको उन्हें गलतिया करने देनी चाहिए। रेजिलियेंस का मतलब है कि जब आपके सामने मुसीबत भी आती है तब भी आप उसके सामने डटे रहते हैं ना कि उससे घबरा जाते हैं और यह एक बहुत ही अच्छा गुण होता है जो बच्चों में जरूर डेवलप होना चाहिए। बच्चों को कभी भी ऐसा नहीं बनना चाहिए कि वे छोटी सी मुसीबत के आने पर ही घबरा जाएं। इसलिए बच्चों को गलतियां करने दें लेकिन उन्हें इन्हें दोहराने मत दें।
खुले विचार
जब बच्चे गलतियां करेंगे तो इससे उनका माइंडसेट बहुत ज्यादा खुल जाएगा। उनका चीजों को देखने का नजरिया बदल जाएगा। इसके साथ ही गलतियां करने से उन्हें अनुभव भी मिलता है कि कैसे किसी चीज को किया जा सकता है। इसलिए बच्चों को नई चीजों को एक्सप्लोर करने दें। इससे उन्हें बहुत कुछ पता चलेगा। जब बच्चों के मन में आप भर देंगे कि गलती नहीं करनी है तो इससे वो खुद को रोक लेंगे और कभी भी कुछ नया नहीं ट्राई कर पाएंगे।
माफ करना सीखते हैं
जब बच्चे गलती करते हैं और माता-पिता के तौर पर आप उन्हें माफ कर देते हैं तो इससे बच्चे भी दूसरों को माफ करना सीखते हैं। इससे उनके अंदर यह गुण डेवलप होता है कि कैसे हम किसी को गलत होने पर भी क्षमा कर सकते हैं और यह दुनिया का सबसे बड़ा वरदान है। गलती करने वाले तब बहुत छोटा हो जाता है जब कोई उसे माफ कर दिया जाता है और इसके लिए बहुत धैर्य चाहिए होता है। बच्चों के अंदर यह तभी डेवलप हो सकता है जब वो अपने आसपास ऐसा माहौल देखेंगे।
बच्चे जिम्मेदार बनते हैं
अगर आप भी अपने बच्चों को जिम्मेदार बनाना चाहते हैं और उन्हें यह भी महसूस करवाना चाहते हैं कि कैसे किसी चीज के लिए अकाउंटेबल रहना है तो आप उन्हें गलतियों को करने दें। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब बच्चा गलती करेगा तो उसे समझ आएगा कि इसकी जिम्मेदारी उसे खुद लेनी है। बहुत बार ऐसा होता है कि लोग अपनी गलतियों की जिम्मेदारी दूसरों पर डाल देते हैं जो कि टॉक्सिक व्यव्हार है लेकिन छोटे होते ही जब बच्चे इसे सीख लेते हैं तो इससे वे अपनी गलतियों की जिम्मेदारी दूसरों के ऊपर नहीं डालते हैं बल्कि खुद उसके लिए अकाउंटेबल रहते हैं।