By What Name Is Makar Sankranti Celebrated In Different States?: भारत में नए साल के बाद जो पहला त्यौहार आता है वह है मकर संक्रांति। मकर संक्रांति पूरे देश में 14 या 15 जनवरी को मनाई जाती है। इस दिन सूर्य उत्तरायण में प्रवेश करता है जिसेक कारण देश के अलग-अलग भागों में इसे त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। भारत में इस त्यौहार की बहुत ही मान्यता है और ज्यादातर हिन्दू इसे मकर संक्रांति के रूप में मनाते हैं। जबकि यह त्यौहार देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-नाम और रीति-रिवाज के साथ भी मनाया जाता है। इस त्यौहार पर सूर्य की पूजा करने और कई तरह के पकवान बनाने की मान्यता भी है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता हैं जिस कारण इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है।आइये जानते हैं अलग-अलग राज्यों में कैसे मनाया जाता है मकर संक्रांति का त्यौहार-
Makar Sankranti 2024: अलग-अलग राज्यों में किस नाम से मनाई जाती है मकर संक्रांति?
1. मकर संक्रांति (उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान)
इन राज्यों में इस त्यौहार को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इसे उत्साह और विभिन्न अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है, जिसमें नदियों में पवित्र स्नान करना, पतंग उड़ाना और तिल और गुड़ से बने पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेना शामिल है। साथ ही लोग इस दिन उड़द की दाल और चावल से बनी खिचड़ी के भोग भी लगाते हैं। इस त्यौहार को उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है।
2. उत्तरायण (गुजरात)
गुजरात में इस त्यौहार को उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। लोग रंग-बिरंगी पतंगें उड़ाकर और उंधियू और तिल के बीज की मिठाइयों जैसे विशेष खाद्य पदार्थों का आनंद लेकर जश्न मनाते हैं।
3. मकर संक्रांति (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र भी मकर संक्रांति मनाता है और इसे तिलगुल (तिल और गुड़ की मिठाई) का आदान-प्रदान करके और सूर्य को प्रार्थना करके मनाया जाता है। लोग सद्भावना व्यक्त करते हैं और पारंपरिक अभिवादन के साथ मिठाइयाँ बाँटते हैं, "तिलगुल घ्या, गोड़ गोड़ बोला" तिल और गुड़ की मिठाइयाँ लेकर वे इन शब्दों को बोलते हैं।
4. संक्रांति (कर्नाटक)
कर्नाटक में इस त्यौहार को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। यह एलु-बेला (तिल, गुड़, नारियल, मूंगफली और तले हुए चने का मिश्रण) के आदान-प्रदान के साथ मनाया जाता है और विशेष व्यंजन तैयार किए जाते हैं।
5. संक्रांति (आंध्र प्रदेश, तेलंगाना)
इन राज्यों में इस त्यौहार को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। लोग पतंग उड़ाकर, पारंपरिक व्यंजन बनाकर और प्रार्थना करके जश्न मनाते हैं। यह त्यौहार सांस्कृतिक महत्व रखता है, जिसमें विभिन्न कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं होती हैं।
6. पोंगल (तमिलनाडु)
तमिलनाडु में इस त्यौहार को पोंगल कहा जाता है। यह चार दिवसीय फसल उत्सव है और इसका मुख्य आकर्षण पोंगल नामक एक विशेष पकवान की तैयारी है, जो नए कटे चावल, गुड़ और दूध से बनाया जाता है। लोग अपने घरों को रंगीन कोलम (रंगोली) डिज़ाइनों से भी सजाते हैं।
7. मकर संक्रांति या मकर मेला (ओडिशा)
ओडिशा में, त्योहार को मकर संक्रांति या मकर मेला के रूप में जाना जाता है। भक्त पवित्र नदियों में अनुष्ठानिक स्नान करते हैं और सूर्य देव को प्रार्थना करते हैं। नई कटी फसलों से विशेष व्यंजन तैयार किये जाते हैं।
8. पौष संक्रांति या मकर संक्रांति (पश्चिम बंगाल)
पश्चिम बंगाल में इस त्यौहार को पौष संक्रांति या मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। लोग विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं और गुड़ और तिल से बनी पारंपरिक मिठाइयाँ खाई जाती हैं।
9. माघ बिहू या भोगाली बिहू (असम)
असम में मकर संक्रांति को माघ बिहू या भोगाली बिहू के रूप में मनाया जाता है। यह एक फसल उत्सव है जो दावत, पारंपरिक नृत्य और अलाव जलाकर मनाया जाता है। लोग पारंपरिक मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं जिन्हें पीठा कहा जाता है।
10. माघी (पंजाब, हरियाणा)
पंजाब और हरियाणा में इस त्यौहार को माघी के नाम से जाना जाता है। भक्त पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं और सामुदायिक समारोहों और जुलूसों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए पारंपरिक पंजाबी व्यंजन तैयार किए जाते हैं।