PCOS and Thyroid: क्या आपके चेहरे पर बाल हैं? आपको मुंहासों की समस्या भी होने लगी है? और कुछ दिनों से आपके बाल झड़ने लगे है? या आपको प्रेग्नेंसी में परेशानी हो रही है? और आपका वजन भी बढ़ने लगा हैं तो ये पीसीओएस के लक्षण हो सकते हैं। महिला की बॉडी में हार्मोन असंतुलन के कारण पीसीओएस की समस्या होती है जिसमें पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। हमारी गर्दन के पिछले हिस्से में थायराइड ग्लैंड होता है जो थायराइड नाम का हार्मोन रिलीज करता है। लेकिन जब यह ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन रिलीज नहीं करता या अत्यधिक मात्रा में करता है तो थायराइड बीमारी हो सकती है।
हैल्दी लाइफ़स्टाइल करेगी दूर पीसीओएस और थायराइड को
1.फाइबर से भरपूर चीजें खाए
फाइबर से भरपूर चीजें इंसुलिन को कंट्रोल करने में मदद करती हैं इसलिए ऐसे कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन का सेवन करें जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। फल और सब्जियां, साबुत अनाज और दालें आदि। इसके अलावा आपको अपनी डाइट में ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, सेब, पपीता, संतरा और नींबू जैसे खट्टे फल, तरबूज, अनार जैसे फल, टमाटर, ब्रोकली, फूलगोभी, पालक, कद्दू, शिमला मिर्च और बीन्स आदि सब्जियां।
2.एक्सरसाइज से किया जा सकता है ठीक
यह एक प्रकार का डिसऑर्डर होता है जिसे अच्छा लाइफस्टाइल अपनाकर ठीक किया जा सकता है। इस समस्या को ठीक करने के लिए महिलाओं को अपने खान-पान के साथ-साथ शारीरिक गतिविधियों पर भी ध्यान देना होता है।
3.चीनी के सेवन से बचें
मिठाइयां और डेजर्ट्स हों या प्रोसेस्ड फूड जैसे- चिप्स, मफिन्स, ब्रेड आदि इन सबमें चीनी की मात्रा अधिक होती है और चीनी का सेवन अधिक करने से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है और इंसुलिन के लेवल पर नकारात्मक असर पड़ता है।
4.आयोडीन
आयोडीन एक आवश्यक मिनरल है जो थायराइड हार्मोन बनाने के लिए आवश्यक है। इसलिए जिन लोगों में आयोडीन की कमी होती है उन्हे हाइपोथायरॉडिज का खतरा बढ़ जाता है। आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए आयोडाइज्ड नमक का सेवन करे और आयोडीन युक्त भोजन जैसे अंडे, मछली, और डेयरी प्रोडक्ट का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
औरतों को यह टेस्ट करवा लेने चाहिए
1.Thyroid Function
महिलाओं में थायराइड का सीधा असर महावारी पर पड़ता है। इसके कारण पीरियड्स इरेगुलर या आते नही है। रिपोर्ट के मुताबिक आठ में से एक महिला अपनी जिंदगी में इसका शिकार होती है। इसके अलावा वजन पर असर पड़ता है और हार्टबीट भी कम या ज्यादा होने लगती है।
2.हार्मोनल इम्बैलेंस (Hormonal Imbalance)
यह भी एक जरूरी टेस्ट जो महिलाएं जरूर करवा ले नहीं तो आगे जाकर और भी समस्याओं का सामना करना पड सक्ता हैं। आजकल PCOD और PCOS जैसे सिंड्रोम है जो पीरियड इम्बैलेंस के कारन होते है। इसके लक्षण जैसे बालों का झड़ना, वजन काम या ज्यादा होना डिप्रेशन और एंग्जायटी हैं।