Marriage Tips: समाज में शादीशुदा महिलाओं को एक व्यक्ति के बजाय किसी की पत्नी और किसी परिवार की बहू के रूप में देखना आम बात है। शादी लाइफ का सबसे बड़ा फैसला होता है, शादी के बाद परिवार, पति, नए रिश्ते और आने वाले समय की चिंता में महिलाएं कब खुद की पहचान को काफी पीछे छोड़ आती हैं ये उन्हें पता भी नही चलता। लेकिन एक वक्त के बाद ये आपको सबसे बड़ी गलती लग सकती है। शादी के बाद अपनी पहचान बनाएं रखने के कई तरीके हैं आइये जानें-
शादी के बाद न खोने दें अपनी पहचान
निजी फैसले खुद करें
ज़माना बदल रहा है, आज कल लोग प्राइवेसी की रिस्पेक्ट करते हैं फिर भी अगर कोई आपकी निजी जिंदगी के बारे में सवाल करे तो उस सवाल का जवाब देने के दबाव में बिल्कुल न आएं और किसी के सवालों से आप ज्यादा परेशान हो जाएं तो सीधे कहें कि आपको प्राइवेट लाइफ से जुड़ी बातें करना पसंद नही है। किसी के दबाव में कोई फैसला न करें और कोई बड़ा कदम न उठाएं जिससे आपकी लाइफ पर बड़ा असर पड़ सकता है।
सर नेम चेंज करना आपकी खुद की इच्छा है
शादी का मतलब हरगिज़ ये नही होता की आप किसी और के नाम से जानें जाएं, आपका खुद का सर नेम आपको बदलना है या नहीं ये आपकी खुद की इच्छा है। हमारे देश का कानून ऐसा नहीं कहता कि शादी के बाद लड़की का सर नेम बदलना ज़रूरी है। सर नेम अगर आप बदल चुके हैं तो ये नही सोचें कि अब आपका कोई अस्तित्व ही नही। भूले नहीं ये जिंदगी आपकी है और फैसला करने का अधिकार भी आपका।
घर में बराबर की हिस्सेदारी
घर में कोई भी दिक्कत आए या कार्यक्रम हो तो बराबरी से हिस्सा लेने का प्रयास करें। अगर आप जॉब करती हैं तो घर के खर्च में हेल्प करें और अपने पति से घर के काम में भी मदद करने को बोलें। परिवार को समझाएं कि किसी भी काम पर किसी का नाम नहीं लिखा होता है। लड़का और लड़की दोनों ही बराबरी से घर और बाहर का ध्यान रख सकते हैं।
पढ़ाई नही छोड़नी
कई बार लड़कियों की शादी जल्दी करवा दी जाती है ऐसे में वे अपना करियर नही बना पाती और कुछ तो अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाती। ऐसे में आप शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकती हैं क्योंकि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। जिंदगी में किस रास्ते पर आपको पढ़ाई की जरूरत पड़ जाएं ये आप सोच भी नहीं सकती। आप ऑनलाइन या डिस्टेंस एजुकेशन भी कर सकती हैं।
खुद का भी ख्याल रखें
कई बार महिलाएं घर में इतनी बिजी हो जाती हैं कि उन्हें अपने लिए कुछ करने का या नया कुछ सीखने का मौका ही नहीं मिलता। जितना परिवार का ख्याल रखना ज़रूरी है उतना ही जरूरी है कि आप खुद का भी ख्याल रखें। शादी के बाद अपने आप को भी समय दें और जिंदगी को खुल कर जिएं।