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FAQs About Consent: सहमति से जुड़ी इन बातों का जवाब जानें?

कंसेंट एक बहुत जरूरी विषय है जिसके ऊपर हमें बात करनी चाहिए क्योंकि बहुत बार कंसेंट ना होने के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती है जिससे हमारी मेंटल हेल्थ के ऊपर बहुत बुरा असर पड़ता है और उन्हें हम पूरी जिंदगी नहीं भूल पाते हैं।

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Rajveer Kaur
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(Image Credit: Boston University)

FAQs About Consent: कंसेंट एक बहुत जरूरी विषय है जिसके ऊपर हमें बात करनी चाहिए क्योंकि बहुत बार कंसेंट ना होने के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती है जिससे हमारी मेंटल हेल्थ के ऊपर बहुत बुरा असर पड़ता है और उन्हें हम पूरी जिंदगी नहीं भूल पाते हैं। जब हम किसी के साथ रिलेशन बना रहे हैं तो हमें कंसेंट लेनी चाहिए। इससे हम दूसरों के बाउंड्रीज को क्रॉस नहीं करते बल्कि उनकी रिस्पेक्ट करते हैं। इससे आपका रिलेशन स्ट्रांग हो जाता है-

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सहमति से जुड़ी इन बातों का जवाब जाने?

कंसेंट कैसे काम करती है?

दो लोगों के बीच किसी भी तरह की सेक्सुअल एक्टिविटी (Sexual Activity)के लिए जब आप उनसे परमिशन लेते हैं और उनकी बाउंड्रीज के रिस्पेक्ट करते हैं तो हम उसे कंसेंट कहते हैं। जिसका मतलब है दोनों पार्टनर ऐक्ट के लिए हां करते हैं। हर ऐक्ट के लिए आपको कंसेंट जरूर लेनी चाहिए। मान लीजिए अगर आप किसी का हाथ पकड़ रखा है और अब आप उन्हें किस करना चाहते हैं लेकिन आपने सिर्फ कंसेंट हाथ पकड़ने के लिए तो अब आपको उन्हें किस करने के उनसे दुबारा कंसेंट लेनी पड़ेगी तो इस तरीके से कंसेंट काम करती है।

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क्या एक बार कंसेंट लेने से हम हर बार उसे अप्लाई कर सकते हैं?

यह बिल्कुल ऐसा नहीं है। आपको अपने पार्टनर से हर बार कंसेंट लेनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि पिछली बार अगर आपका पार्टनर आपके साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाने के लिए या हाथ पकड़ने के लिए सहमत थे तो इस बार बार भी होंगे इसलिए आपको कभी भी एक बार की कंसेंट को हर बार अप्लाई नहीं करना चाहिए। हर बार पार्टनर से दोबारा से बात करके उनसे कंसेंट लेनी चाहिए। अगर वो नहीं कह रहे हैं तो इसका मतलब नहीं है।

क्या एक बार कंसेंट देने पर हम मना नहीं कर सकते?

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जिस भी पॉइंट पर आपको अनकंफरटेबल महसूस हो रहा हो उस समय आप अपनी कंसेंट को वापिस ले सकते हैं। इसमें कोई भी गलत बात नहीं है। आपको पहले ऐसा लगा था कि आपको उनके साथ आगे बढ़ना चाहिए इसलिए तब आपने उन्हें सहमति दी लेकिन अब आप अनकंफरटेबल नहीं महसूस कर रहे हैं, आपको अच्छा नहीं लग रहा या फिर आपका फैसला बदल गया तो आप अपनी कंसेंट को वापस ले सकते हैं। इस के लिए दूसरे पार्टनर को बुरा मानना नहीं चाहिए।

कंसेंट कब नहीं होती है?

देखिए कंसेंट एक वॉलंटरी प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपनी मर्जी से एक्ट के लिए सहमत होता है। यह हर व्यक्ति की एक निजी चॉइस है। अगर आप उन्हें जबरदस्ती या बार-बार हां बुलवाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही अगर वो ड्रंक है या उन्होंने कोई नशा किया है उस समय  आप उनसे कांस्टेंट ले रहे हैं तो यह बिल्कुल भी कंसेंट नहीं मानी जाएगी। उस कंसेंट को मानकर अगर आप उनके साथ मेक आउट कर रहे हैं तो आप उनके साथ सेक्सुअल एसॉल्ट कर रहे हैं। इसे कंसेंट का नाम मत दे। जब कोई व्यक्ति बिना किसी प्रेशर के किसी बात के लिए सहमत होता है और वो बिल्कुल भी नशे में नहीं है तब आप उसे कंसेंट मान सकते हैं।

सामने वाले व्यक्ति से हम कंसेंट कैसे ले सकते हैं?

सबसे पहली बात आपको कंसेंट के लिए आपको उनसे सेक्सुअल एक्टिविटी से पहले पूछना चाहिए। उनके साथ एक खुली बातचीत स्थापित करनी चाहिए जिसमें म खुद को कंफर्टेबल और सेफ फील कर सके। उसके बाद आप उन्हें पूछिए कि जैसे मैं आपका हाथ पकड़ सकता हूं, किस कर सकता हूं या आपको गले लगा सकता हूं? क्या आप मेरे साथ संबंध बनाने में इंटरेस्टेड हैं? हर एक स्टेप पर कंसेंट को चलते ही रहना चाहिए और  भी आपका पार्टनर अनकंफरटेबल फील करें या उस एक्टिविटी से बाहर होना जाए तो आपको तुरंत ही पीछे हट जाना चाहिए।  यह ही कंसेंट का असली मतलब है कि आप हर बात के लिए उन्हें कंसीडर करें, उनकी वैल्यू करें।

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