हमारा समाज स्टीरियोटाइप्स से भरा हुआ है। एक स्टीरियोटाइप हमारे समाज में यह भी है कि जब भी दो लोग रिलेशन में आना चाहें तो सबसे पहले लड़के को ही प्रपोज लेकर आना चाहिए या पूछना चाहिए। क्या आप मेरे साथ रिलेशन में आना चाहती है? इससे हमें पता चलता हैं कि कैसे हमारा समाज कभी भी किसी चीज में औरतों को पहले नहीं आने देना चाहता।
First Move रिलेशनशिप में लड़के को ही लेनी चाहिए?
ट्रेडिशनल सोच के हिसाब से देखें तो हमारे समाज में जेंडर रोल बनाए हुए हैं। रिलेशनशिप में भी लड़के का बात पहले करना जेंडर रोल में आता है। समाज में ऐसा सोचा जाता है कि अगर लड़की द्वारा लड़के को पहले पूछा जाएगा तो यह थोड़ा अग्रेसिव लग सकता है। इसका कारण यह है कि लड़कियों को हमेशा पर्दे के पीछे ही रखा गया है। उन्हें खुलकर बात नहीं करने दी जाती थी। समाज कभी नहीं चाहता कि लड़की इतनी खुली हो कि वह लड़के से पूछे कि क्या आप रिलेशन में आना चाहते हैं? उनके हिसाब से लड़की को शर्मीली जो किसी के सामने ज्यादा मत बोले।
लड़का बुरा ना मान जाए
यह भी हमारी पुरानी सोच का ही नतीजा है क्योंकि लड़कों को हमेशा लड़कियों से ऊपर माना जाता है। इसलिए कई बार ऐसा हो जाता है कि पुरुषों को लगता है कि इस लड़की ने कैसे हमें पहले बोल दिया यह तो हमें बोलना चाहिए था इसलिए लड़कियां कई बार इसी चक्कर में लड़कों को और पहले नहीं बोलती क्योंकि उन्हें यह लगता है कि लड़का शायद बुरा ना मान जाए।
लड़कियाँ इसलिए भी पहले ही पूछती है क्योंकि उन्हें यह भी डर होता है कि कहीं लड़का यह न समझ ले कि हम उनके लिए ज्यादा डेसपरेट है। अभी भी जो लड़के ट्रेडिशनल सोच रखते हैं उनकों यही लगता है कि शायद औरत उनके लिए ज्यादा ही डेसपरेट है।
इस चीज को नॉर्मलाइज करने की जरूरत है
हम इस चीज को नॉर्मलाइज करना होगा कि अगर लड़की फर्स्ट मूवी ले रही है तो इसमें कोई बुराई या कोई नई चीज़ नहीं है। हमें पुरानी सोच से बाहर निकल कर आना होगा। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि पहले कौन पूछ रहा है । फर्क इस बात से पड़ता है कि आपकी रिलेशनशिप में अंडरस्टैंडिंग कितनी है या आप कितना एक दूसरे को समझ रहे हो। आपका रिलेशन कितना समय चल रहा है आप अपने पार्टनर को लेकर कितने लॉयल हो।
दूसरी बात अगर कोई लड़की हिम्मत करके इस पित्तरात्मक समाज में फर्स्ट मूव ले रहीं हैं उसका मजाक या उसको डिमोटिवेट नहीं करना चाहिए। आप उसे आराम से भी कह सकते हो अगर आप उस रिश्ते में नहीं जाना चाहते। जिससे वह इस बात को लेकर निराश नहीं होगी और आगे भी ऐसे कदम उठाने में नहीं घबराएगी।