First Signs of Lung Cancer : ज्यादा लोगों को बीमारी की शुरुआत में फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों का अनुभव नहीं होता है लेकिन अगर यह फैलता है तो लक्षण दिखाई दे सकते हैं। जब रोग पहले चरण में हो तब फेफड़ों के कैंसर का अधिक प्रभाव धीरे-धीरे फैल जाता है।फेफड़े में कैंसर मृत्यु का भी कारण बन जाता है। यह लक्षण अक्सर अन्य स्वास्थ्य समस्याओं या धूम्रपान जैसे कारकों से उत्पन्न होते हैं।
क्या हो सकते है पहले चरण के फेफड़ों के कैंसर के संकेत और लक्षण ?
1.अचानक वजन कम होना
कैंसर के कारण कई कारणों से वजन कम हो सकता है जैसे की भूख में कमी, इम्युन सिस्टम में परिवर्तन आना, मेटाबोलिक में परिवर्तन, हार्मोन में परिवर्तन,कीमोथेरेपी से साइड इफ़ेक्ट जैसे जी मिचलाना और उल्टी आना।
2. सांस लेने में कठिनाई
सांस लेने में तकलीफ और सीटी जैसी आवाज के साथ सांस लेना भी फेफड़ों के कैंसर के शुरुआती के लक्षण हो सकते हैं। कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ के अलावा हल्की खांसी का भी अनुभव हो सकता है। या फिर कुछ लोगो को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है लेकिन खांसी नहीं होती है।
3. खाँसी
हल्की खांसी जो 2 से 3 सप्ताह के बाद भी दूर नहीं होती फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकती है। कुछ लोग यह मान लेते हैं की यह खांसी केवल धूम्रपान के वजह से हो सकते है। बल्कि ऐसा नही होता है यह खून पैदा करने वाली खांसी फेफड़ों के कैंसर या फेफड़ों से जुड़ी किसी अन्य समस्या के कारण हो सकती है। जो कोई भी इस लक्षण का अनुभव करता है।
4. सामान्य थकान
थकान भी एक कारण हो सकते है कैंसर। फेफड़ों के कैंसर की थकान काई कारणों से हो सकती है। जैसे की ट्यूमर होना, एनीमिया होना, इसके अलावा बीमारी के कारण सोने में परेशानी होना , दर्द , कुपोषण गंभीर थकान के कारण सेल्स फ़ंक्शन करना कठिन हो सकता है।
5. कंधे, छाती या पीठ में दर्द
फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित ज्यादातर लोगों को पहले अवस्था में दर्द या अन्य लक्षण महसूस नहीं होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि फेफड़ों में बहुत कम नर्व एंडिंग होते हैं। हालांकि, दर्द तब हो सकता है जब फेफड़ों का कैंसर छाती की दीवार,रिबस, कशेरुकाओं (vertebrae ) या कुछ तंत्रिकाओं (nerves) पर प्रभाव डालता है।जैसे की पैनकोस्ट ट्यूमर, जो फेफड़ों के बिल्कुल टॉप पर बनते हैं। आस-पास के टिशू पर भी प्रभाव डालते हैं जिससे कंधे में दर्द होता है ।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।