Women's Rights: राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, खेलों से लेकर नौकरी तक हमारा देश अपने स्तर को बढ़ाता जा रहा है। हमारे देश का स्तर बढ़ाने में महिलाओं का भी उतना ही योगदान है जितना देश के पुरुषों का है। चाहे वह टेक्निकल एरिया हो, एजुकेशनल एरिया हो महिलाएं अपना हंड्रेड परसेंट योगदान दे रही हैं। महिलाएं योगदान दे रही हैं और इनके साथ में आगे भी बढ़ना चाहती हैं। पुराने समय में हमारे देश में महिलाओं को लेकर उतने कानून नहीं थे जितने पुरुषों को लेकर थे। हालांकि, अब महिलाओं के लिए बहुत से ऐसे नियम बना दिए गए हैं जिन नियमों के साथ वह आगे बढ़ सकती हैं और उन नियमों को कोई व्यक्ति उनसे नहीं छीन सकता। हमारे देश में आज भी कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें कानूनी नियमों के बारे में ज्ञात नहीं है। आज हम बात करने वाले हैं महिलाओं के उन कानूनी नियमो के बारे में जिन्हें हर महिलाओं को पता होना चाहिए।
हर एक महिला को पता होना चाहिए यह 4 अधिकार
1. डोमेस्टिक वायलेंस के खिलाफ
यह नियम खास तौर पर पुरुषों, रिश्तेदारों, लिव इन पार्टनर द्वारा किए गए महिलाओं पर घरेलु हिंसा के लिए बनाया गया है। कोई महिला यदि घर के किसी भी व्यक्ति द्वारा परेशान की जाती है तो वह अपने पति या घर के किसी भी सदस्य के खिलाफ पुलिस रिर्पोट दर्ज करा सकती है। यह कानून ना केवल पत्नियों के लिए है बल्कि बहन, बेटी, माँ के लिए भी लागु होता है।
2.कन्या भ्रूण हत्या
भारत के हर नागरिक को महिलाओं को उनके अधिकार से जीने का अनुभव महसूस करने देना चाहिए। भारतीय संविधान लिंग परीक्षण करने की अनुमति नहीं देता। पुराने समय में लोग लिंग परीक्षण के बाद कन्या भ्रूण को पेट में ही ख़त्म करा दिया जाता था। लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या आज के नियमों के अनुसार दंडनीय है।
3. बिना पैसे क़ानूनी मदद
भारत में यदि कोई महिला बलात्कार से पीड़ित है तो कानून उसे बिना चार्ज किए लॉयर प्रोवाइड करेगा। यह कानूनी नियम है और खासतौर पर महिलों के लिए बनाया गया है। कोई लॉयर यदि डीनाय करता है तो उसके खिलाफ शक्त कारवाही की जाएगी।
4. गिरफ्तार होना
भारतीय नियमों के अनुसार पुलिस किसी भी महिला को सूरज ढलने के बाद और सूरज निकलने से पहले गिरफ्तार नहीं कर सकती। केवल किसी कांड केस में पुलिस हायर अथॉरिटी से परमिशन लेकर ही किसी महिला को रात को गिरफ्तार कर सकती है।