From Self-Doubt to Self-Love: आजकल सोशल मीडिया पर खुद को प्यार करने की सलाह बहुत दी जाती है लेकिन बहुत सारी महिलाओं को यह समझ नहीं आता है कि खुद को प्यार कैसे किया जाए। कहने और सुनने में यह बहुत आसान लग सकता है लेकिन करने में चीजें बहुत अलग होती हैं। इस दुनिया में ज्यादातर लोग दूसरों से प्यार की अपेक्षा करते हैं लेकिन सबसे जरूरी खुद को प्यार करना है। खुद को प्यार करने का मतलब है कि हम अपने आप को स्वीकार कर रहे हैं जो कि सबसे जरूरी है। चलिए आज जानते हैं कि कैसे खुद को प्यार किया जा सकता है?
सेल्फ लव नहीं कर पा रहे तो जानें ये तरीके
खुद के साथ सकारात्मक बातचीत
बचपन से ही हमें कभी भी खुद की तारीफ करना या फिर अपने आप में अच्छी चीजों को ढूंढना सिखाया ही नहीं जाता है। मुख्य रूप से जब बात महिलाओं की आती है तो उन्हें कभी भी खुद को एक्सप्लोर करने ही नहीं दिया जाता है। सेल्फ लव के लिए सबसे जरूरी है कि हम खुद के साथ पॉजिटिव बातें करें। क्या आप इस बात को जानते हैं कि हम खुद के साथ जो बातें करते हैं या जो सोचते हैं, हमारी जिंदगी भी वैसे बन जाती हैं। इसलिए आप माइंडफुल तरीके से अपने आपके साथ बात करें और अपने गोल्स से जुड़ी एफर्मेशंस को जरूर बोले।
सेल्फ केयर
सेल्फ केयर को काफी हल्के में लिया जाता है और इसके बारे में ज्यादा बातचीत भी नहीं की जाती है। कुछ लोग तो सेल्फ केयर को समय बर्बाद करना समझते हैं। आपको दिन में कुछ समय सेल्फ केयर के लिए जरुर निकालना चाहिए। आपको उन एक्टिविटीज को जरूर करना चाहिए जिनसे आपको खुशी मिलती है। इससे आपको आराम करने के लिए भी समय मिलेगा और आपका मन और बॉडी दोनों रिलैक्स होंगे। सेल्फ केयर करने से आपकी इमोशनल वेल्बीइंग भी अच्छी रहती है।
सेल्फ कंपैशन
बहुत बार हम ऐसी स्थितियों के साथ टकराते हैं जहां पर हमें अपने इमोशंस को मैनेज करने में कठिनाई आती है या फिर हम गलतियां करते हैं तो ऐसे में सेल्फ कंपैशन को डेवलप करना बहुत जरूरी है। अपनी जिंदगी में सेल्फ कंप्रेशन प्रेक्टिस करने से भी आप सेल्फ लव कर सकते हैं क्योंकि इससे आप अपने इमोशंस को समझते हैं, खुद के साथ kindness से पेश आते हैं और अपनी कमियों को भी स्वीकार करते हैं। आज के समय में सेल्फ कंपैशन बहुत कम हो गया है। हम हर वक्त अपने आप में गलतियां निकालते रहते हैं या फिर हर चीज के लिए खुद को ही दोषी मानते रहते हैं।
माइंडफूलनेस
आज के समय में मेंटल हेल्थ को ठीक रखना बहुत जरूरी हो गया है। बहुत सारे लोग मेंटल हेल्थ समस्याओं से जूझ रहे हैं और वे उसके बारे में बात नहीं करते हैं। उन्हें सुरक्षित जगह नहीं मिलती जहां पर वह बात कर सके और उन्हें जज ना किया जाए। ऐसे में माइंडफूलनेस एक्टिविटी से जुड़ना बहुत जरूरी है। इससे आप मानसिक रूप से मजबूत बनते हैं और इमोशनल इंटेलिजेंस भी डेवलप होती है। आप अपने इमोशंस के साथ डील करना सीख लेते हैं और रेस्पॉन्ड करना शुरू कर देते हैं।
अधूरेपन को स्वीकार करें
अधूरापन ही जिंदगी है। बहुत सारे लोग हर चीज में परफेक्ट बनना चाहते है। उन्हें लगता है कि उनकी जिंदगी में किसी चीज की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। अगर आप अपने अधूरेपन को ही स्वीकार कर ले और उसी के साथ जिंदगी को जीना शुरु कर दे तो जिंदगी बहुत खूबसूरत बन जाएगी। सेल्फ लव में हम अपनी कमजोरी को भी स्वीकार करते हैं और अपनी अच्छाइयों को भी हाईलाइट करते हैं। जब हम इन दोनों में बैलेंस बना लेते हैं तो हमारी लाइफ बहुत ज्यादा आसान हो जाती है।