How Emotional Foreplay Plays An Important Role In Sexual Life: सेक्स को हमेशा शारीरिक रूप से देखा जाता है लेकिन यह उससे बढ़कर है। इसमें आपकी भावनाएं भी शामिल होती हैं। सेक्स के दौरान इनका ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है क्योंकि आप अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक रूप से भी शामिल होते हैं। यौन संपर्क से पहले भावनात्मक रूप से पार्टनर से जुड़ना बहुत जरूरी है। इससे पार्टनर का आपके ऊपर भरोसा बनता है और वह खुद को आपको समर्पित कर देता है। उसे इस बात की चिंता नहीं होती कि उसे जज किया जाएगा। वह खुद को वैसे ही आपके सामने पेश करता है जैसे वो असलियत में है। यह सब चीज़ें आपके यौन अनुभव को एक नए स्तर पर पहुंचा सकती हैं।
Emotional Foreplay से आपकी सेक्सुअल लाइफ को कैसे फायदा मिलता है?
ईमानदार और खुली बातचीत
जब आप इंटरकोर्स से पहले इमोशनल फोरप्ले को शामिल करते हैं तब आप दोनों के बीच में जो काफी खुली और ईमानदार बातचीत होती है। आप कुछ भी एक दूसरे से छुपाते नहीं हैं। आप अपने बारे में उन्हें बताते हैं और वह आपको अपने बारे में बताते हैं। आप दोनों के बीच में यह नहीं होता है कि मुझे जज किया जाएगा जिस कारण आप अपना डर और इनसिक्योरिटी भी उनके साथ शेयर कर देते हैं। आप एक दूसरे की भावनाओं को वैलिडेट करते हैं और एक दूसरे को ध्यान से सुनते हैं। यह सब चीजें आपके सेक्सुअल रिलेशनशिप के लिए बहुत अच्छी है।
भरोसा बनता है
आप दोनों के बीच में एक विश्वास पैदा होता है। कोई भी सेक्सुअल रिलेशनशिप तब सफल होता है जब आप दोनों के बीच में विश्वास है और इस विश्वास को बनाने में इमोशनल फोरप्ले का बहुत बड़ा हाथ है। आप दोनों के बीच में जब विश्वास होगा तब आप बिना किसी चिंता और तनाव के पार्टनर के साथ सेक्सुअली शामिल होंगे। आपको किसी भी चीज का कोई डर नहीं होगा। आप उनके साथ कंफर्टेबल होंगे। आप खुलकर उनके साथ बात करेंगे और किसी भी चीज में झिझक नहीं महसूस करेंगे।
एक दूसरे को गहराई से समझते हैं
रिलेशनशिप में एक दूसरे को समझना बहुत बड़ी बात है। जब आपका पार्टनर बिना कहे ही आपको समझ जाए कि आप क्या चाहते हैं तो इससे बड़ी और खूबसूरत चीज रिलेशनशिप में कोई नहीं है। यह सब चीजें इंटरकोर्स में भी शामिल होती है। इसके लिए आपको इमोशनल फोरप्ले का शामिल करना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आप दोनों के बीच में ऐसा स्ट्रांग बॉन्ड बनेगा जिससे आप दोनों एक दूसरे से जुड़ जाएंगे। आपको अपने पार्टनर पर आंख बंद करके भरोसा होगा और जब रिश्ते में बांड स्ट्रांग होगा तो उसका असर आपके यौन संबंधों में भी दिखाई देगा।
आप फिजिकल एक्टिविटीज तक सीमित नहीं
इमोशनल फोरे[ले आपको सिर्फ फिजिकल एक्टिविटीज तक बांधकर नहीं रखता है। अगर आप सिर्फ उनके साथ अच्छे तरीके से समय व्यतीत कर रहे हैं वह भी पार्टनर के लिए यौन संबंधों के बराबर ही है। आपको पार्टनर को जानने का इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता क्योंकि इससे आप पार्टनर को इतना ज्यादा कंफर्टेबल और वल्नरेबल कर देते हैं कि शायद ऐसा आप सेक्स के दौरान भी ना कर पाए और उस दौरान भी पार्टनर को आपके साथ झिझक महसूस हो। इसलिए आपको यौन संबंधों से पहले इमोशनल फोरप्ले को जरूर शामिल करना चाहिए।
आप को भावनात्मक सपोर्ट मिलता है
रिलेशनशिप में अगर पार्टनर आपका आपको इमोशनल सपोर्ट दे रहा है तो इससे बढ़िया कुछ नहीं है क्योंकि जब हमें इमोशनल सपोर्ट मिलता है तो हम खुद को समझ पाते हैं। हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करने लग जाते हैं। हमें अपनी ताकत के बारे में पता चलता है। इससे हमारा स्ट्रेस दूर हो जाता है और हमें लगता है कि हमारा हमारे साथ कोई है। हम अकेले नहीं है। ऐसी फीलिंग जब आप महसूस करते हैं तो यह रिश्ते को और भी स्ट्रांग बना देती है। इसका असर आपके इंटरकोर्स में भी दिखाई देता है।