How Little Things Can Add Up to Make a Big Impact: जिंदगी में छोटी-छोटी चीजों का प्रभाव बहुत बड़ा होता है और यह बात समझने में हमें बहुत समय लग जाता है। हम अक्सर ही बड़ी चीजों के पीछे भागते रहते हैं जिस कारण हम छोटी चीजों की अहमियत खो देते हैं। हमें लगता है कि अगर कुछ बड़ा करेंगे तभी हमें लोग पहचानेंगे या फिर हमारा नाम होगा लेकिन उन बड़ी चीजों तक पहुंचने के लिए या फिर लॉन्ग टर्म गोल्स को पूरा करने के लिए छोटे-छोटे काम करना बहुत मायने रखता है। चलिए आज इन छोटे एफर्ट्स की अहमियत को पहचानते हैं-
क्यों हमारे लिए छोटे-छोटे एफर्ट भी मायने रखते हैं?
ग्रिटीट्यूड
हमारी लाइफ में बहुत कुछ अच्छा होता है और बहुत बार हमें दूसरे लोगों का साथ भी मिलता है लेकिन हम उसके लिए अभार व्यक्ति नहीं कर पाते हैं। बहुत सारे लोग सोचते हैं कि ऐसा करने से क्या ही होगा। अगर आप ग्रिटीट्यूड व्यक्त करते हैं तो आप अपने आसपास में जो अच्छा हो रहा है, उसे अप्रिशिएट कर सकते हैं जिससे आपको भी खुशी मिलेगी और आपकी वेल्बीइंग भी अच्छी रहेगी।
एफर्ट और टाइम
आजकल लोगों के रिश्ते लंबे समय तक नहीं चल रहे हैं या फिर बहुत जल्दी टूट जाते हैं तो इसका कारण यही है कि हमने रिश्तों में छोटे-छोटे एफर्ट्स डालना बंद कर दिया है। अगर आप अपने आसपास के लोगों के लिए छोटा गिफ्ट खरीद लें या फिर उनके लिए धन्यवाद पत्र लिख दे तो इससे बढ़कर और कुछ भी नहीं है। रिश्तो को चलाने के लिए ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं होती है। आप अपने माता-पिता से सीख सकते हैं कि कैसे पैसों के बिना भी रिश्ते चलाए जा सकते हैं।
छोटे-छोटे पलों को जीना
आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हमने छोटे-छोटे पलों को जीना ही छोड़ दिया है जैसे किसी के साथ खुलकर और हंसकर बात करना या फिर कुछ समय एक साथ बैठे रहना और चाय पर गपशप करना। इन छोटी-छोटी चीजों का हमारी जिंदगी में बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। अगर इस थोड़े से समय में भी आप किसी के साथ अपना दिल खोल लेते हैं तो जिससे आपका बोझ हल्का हो जाता है या फिर आपका उनके साथ एक गहरा कनेक्शन बन जाता है।
कंसिस्टेंसी
लाइफ में आगे बढ़ने के लिए कंसिस्टेंसी बहुत जरूरी है और उसके लिए आपके छोटे-छोटे एफर्ट्स बहुत मायने रखते हैं जैसे अगर आप रोजाना सिर्फ एक घंटा ही अपने काम को डेडिकेट कर रहे हो और वह रोज कर रहे हैं तो आप जरूर सफल हो पाएंगे। इसके उल्ट अगर आप वहीं पर दिन में 10 घंटे पढ़ रहे हैं और अगले दिन आपने एक घंटा भी पढ़ाई को नहीं दिया है तो उसका कोई फायदा नहीं है क्योंकि उसके अगले दिन आपको फिर से शुरुआत करनी पड़ेगी। कंसिस्टेंसी आपको रेस में बनाए रखती है।