Public Finance: हमारे देश में अक्सर लोग पुरानी चीजों को लेकर ज्यादा भावुक रहते हैं जबकि वह नई चीजों की अच्छाइयों को नहीं देखते। कहीं कुछ हुआ जब कुछ समय पहले हमारी सरकार ने न्यू पेंशन स्कीम को प्रस्तुत किया। बहुत ज्यादा गवर्नमेंट एम्पलाइज ने इसका विरोध किया और इसका कारण बताया कि यह उनके पेंशन को कम कर देगी। परंतु क्यों उन्होंने नहीं समझा वह है इस स्कीम को जारी ना रखने का कारण।
आज हम सी द पीपल टीवी के जरिए आपको पब्लिक फाइनेंस के बारे में बताना चाहेंगे और फिर यह भी बताएंगे कि कैसे नई स्कीम है हम सभी के लिए बेहतर।
आखिर क्या थी ओल्ड पेंशन स्कीम
हमारी पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) के अंदर सरकार अपने रिवेन्यू यानी जो टैक्स उसे प्राप्त होता है उसमें से government employees को सैलरी दिया करती थी। जिसकी वजह से सरकार के अधिकतर खर्चे यहीं पर हो जाते। हालात यह आ गई थी कि हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य में लगभग 75% खर्चे सिर्फ पेंशन देने में ही हो रहे थे। और केवल यही नहीं ऐसे बहुत सारी जगहों पर हो रहा था।
गवर्नमेंट का कदम
अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में इस दिक्कत को समझा और इसके लिए एक अच्छा उपाय ढूंढा। सरकार इसके लिए नई पेंशन स्कीम लेकर आई जिसके अंदर एक एंप्लॉय (Employee) अपनी सैलरी का कुछ भाग अपनी पेंशन के लिए बचाता है और सामान भाग ही उसका एंप्लॉय चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट भी उस एंप्लॉय को देता है। यह पैसा सरकारी संस्थानों द्वारा मैनेज्ड mutual funds और अनेक जगह पर निवेश कर दिए जाते हैं जिससे उन्हें निरंतर लाभ मिलता रहता है। इसका एक अलग फायदा यह भी है कि हमारे देश में निवेश पैसा अधिक हो जाता है जिससे हमारे देश का विकास बढ़ जाता है।
फिर दिक्कत क्या है?
मौजूदा हालात में जहां हमारी सरकार इलेक्शंस के लिए कैंपिंग कर रही हैं तो वह ऐसे वादे कर रही हैं कि वह पुराने पेंशन स्कीम को वापस ले आएंगे। परंतु इससे सरकार पर दबाव पड़ेगा कि सरकार के अधिकतर खर्चे केवल पेंशन देने में चले जाएंगे जिस पर उन्हें कोई फायदा नहीं हो रहा। सरकार ऐसी जगह पर पैसे निवेश कर देगी तो नए प्रोजेक्ट और नई इंडस्ट्री (Industry) बनाने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं होगा जिसकी वजह से उन्हें लोन लेना पड़ेगा और यह सिचुएशन और भी खराब हो जाएगी। हैरानी की बात तो यह है छत्तीसगढ़ जैसे राज्य ने पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू कर दिया है
अब बारी है कि हम इस देश के नागरिक इस बात को समझें कि हमें अपने देश को आगे बढ़ाना है और उसके लिए हमें सभी जरूरी कदम लेने होंगे और सरकार की नीतियों को भी समझना होगा और देश के विकास के लिए कदम उठाते रहना होगा।