How Therapy Can Transform Your Life? जब भी बात थेरेपी की आती है तो इस टॉपिक को भी बहुत शर्मिंदगी के साथ देखा जाता है। बहुत सारे लोग थेरेपी में जाने से घबराते हैं। उन्हें लगता है कि अगर हम थेरेपी के लिए जाएंगे तो लोग हमें पागल समझेंगे या फिर मानसिक रूप से स्वस्थ मानेंगे। थेरेपी हमारी जिंदगी के बहुत सारे पहलुओं को कवर करती है। इससे हमें अपनी भावनाओं और विचारों को लेकर स्पष्टीकरण मिलता है। यह उन लोगों के लिए बहुत जरूरी है जो सच में मानसिक समस्याएं जैसे एंग्जायटी, डिप्रैशन या फिर किसी डिसऑर्डर में से गुजर रहे हैं। आप बिना किसी वजह से कभी-कभी थेरेपी के लिए जा सकते हैं। आईए जानते हैं कि हमें थेरेपी के लिए क्यों जाना चाहिए?
कैसे थेरेपी से आपकी जिंदगी परिवर्तन हो सकती है?
वजह की जरूरत नहीं
सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि जरूरी नहीं है कि थैरेपिस्ट के पास जाने के लिए आपके पास एक वजह हो। आप थेरेपी के लिए कभी भी और किसी भी वजह से जा सकते हैं। आपको अपने बहुत सारे सवालों के जवाब थैरेपिस्ट के पास मिल सकते हैं। ऐसे में आपका थैरेपिस्ट आपको जज ना करे और आपके साथ बाउंड्रीज जरूर मेंटेन करें। अगर आपको महीने में लगता है कि एक बार मुझे थैरेपिस्ट के पास जाकर अपनी समस्याओं को शेयर करना चाहिए और उनसे गाइडेंस लेनी चाहिए तो आप ऐसा बेशक कर सकते हैं।
इमोशनल वेलबीइंग
अगर आप अपनी लाइफ में बहुत ज्यादा उदासीनता है और आपको लगता है कि मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है कि आप अपने जीवन में क्या करें, आप भावनात्मक रूप से भी ठीक नहीं हैं, आप खुद के फैसले नहीं ले पा रहे हैं और आपका किसी काम में मन नहीं लगता है तो इस स्थिति में भी आपको थैरेपिस्ट के पास जरूर जाना चाहिए। हम सब अपनी जिंदगी में कभी न कभी लो फील करते हैं और कई बार इससे उभरना हमारे लिए मुश्किल हो जाता है। यही चीज आगे जाकर डिप्रेशन और एंग्जायटी का कारण बनती है।
लत से छुटकारा
अगर आप किसी सब्सटेंस या ड्रग का इस्तेमाल कर रहे हैं और आपको अब समझ नहीं आ रहा है कि इसकी आदत कैसे छोड़ू तो आप इस कारण भी थैरेपिस्ट के पास जा सकते हैं। ऐसे में थैरेपिस्ट आपको इस एडिक्शन में बाहर निकलने में मदद करेंगे। आपको इस शर्मिंदगी में भी निकालेंगे जो समाज की तरफ से आपको महसूस करवाई जाती है। अगर आप किसी भी तरीके के ड्रग इस्तेमाल करते हैं तो आप गलत आदमी नहीं बन जाते हैं। यह सिर्फ उन चीजों के प्रभाव होते हैं जिससे आपका व्यवहार गलत बन जाता है। यह सब चीज आपको कभी भी डिफाइन नहीं करती है। ऐसे में मेंटल स्ट्रेस से बचने के लिए थैरेपिस्ट के पास जाना आपके लिए अच्छा हो सकता है।
खुलकर बातचीत
आजकल में लोगों के बीच में सबसे बड़ी इनसिक्योरिटी यह है कि हम अगर किसी को अपनी प्रॉब्लम शेयर करेंगे तो लोग हमें जज करेंगे। इससे वह हमें एक व्यक्ति के रूप में डिफाइन कर देंगे। ऐसे में थैरेपिस्ट का रोल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। अगर आप थैरेपिस्ट के पास जाते हैं तो इस बात के बहुत कम चांसेस है कि आपको जज किया जाएगा। आप खुलकर किसी भी तरीके के टॉपिक पर उनके साथ बात कर सकते हैं। अगर आपको एक से ज्यादा बार थैरेपिस्ट के पास जाने की जरूरत महसूस हो रही है तो आप जा सकते हैं।
खुद की खोज
बहुत सारे लोगों को खुद के बारे में जानने की परेशानी होती है। उन्हें पता ही नहीं होता है कि वह क्या हैं, उन्हें खुद की आइडेंटिटी जानने में परेशानी होती है। ऐसे में थैरेपिस्ट आपकी बहुत मदद कर सकता है। उनकी मदद से आप खुद के साथ कनेक्ट करना शुरू कर सकते हैं। वह आपको मेडिटेशन या योग के साथ जोड़ेंगे। इसके साथ ही सेल्फ लव के बारे में आपको गाइड करेंगे। आप दूसरों से ध्यान हटाकर खुद पर शिफ्ट करने लगेंगे। इसलिए आपको खुद के बारे में जानने के लिए भी थैरेपिस्ट के पास जरूर जाना चाहिए।
सपोर्ट और वैलिडेशन
बहुत सारे लोग ऐसे माहौल में बड़े होते हैं जहां पर उनकी फीलिंग्स को वैलिडेट नहीं किया जाता है और ना ही उन्हें ध्यान से सुना जाता है। ऐसे में वह लोग खुद के बारे में नेगेटिव सोचना शुरू कर देते हैं। इस तरह वह हमेशा ही खुद को नीचा दिखाने में लगे रहते हैं। अगर आप थेरेपी के लिए जाते हैं तो वहां पर आपको सुना भी जाएगा, आपकी फिलिंग्स को वैलिडेट भी किया जाएगा और आपके सपोर्ट भी मिलेगा। ऐसे में आप खुद को लेकर कॉन्फिडेंस भी महसूस करते हैं। आप इस बात को समझते हैं कि कि आप रिस्पेक्ट डिजर्व करते हैं।