How to appreciate yourself when you are demotivated: जीवन में कई बार ऐसे पल आते हैं जब हम खुद को हतोत्साहित यानि डिमोटिवेट और निराश महसूस करते हैं। यह स्थिति किसी के साथ भी हो सकती है, चाहे आप कितने भी सफल या आत्मविश्वासी क्यों न हों। ऐसे समय में खुद को सराहना और प्रेरित करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यहां demotivate होने पर खुद दुबारा मोटिवेट करने के कुछ टिप्स पढ़िए ।
Self care: डिमोटिवेट होने पर खुद को कैसे सराहें?
1. अपनी उपलब्धियों को पहचानें
जब भी आप हतोत्साहित महसूस करें, अपनी पिछली उपलब्धियों को याद करें। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने द्वारा हासिल की गई सफलताओं पर ध्यान दें। चाहे वो छोटी हों या बड़ी, हर उपलब्धि आपके प्रयासों और मेहनत का प्रमाण है। अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आपने जो मेहनत की है, उसे याद करें और अपने आप को सराहें। अपने पास एक "अचीवमेंट जर्नल" रखें जिसमें आप अपनी उपलब्धियों को लिखें और समय-समय पर उसे पढ़ें। इससे आपको आत्मविश्वास मिलेगा और आप महसूस करेंगे कि आप कितने सक्षम हैं।
2. स्वयं की तुलना दूसरों से न करें
आजकल सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों के कारण लोगों में एक-दूसरे से तुलना करने की आदत बढ़ गई है। यह आदत हतोत्साहित करने वाली हो सकती है। याद रखें कि हर व्यक्ति का जीवन और परिस्थितियाँ अलग होती हैं। स्वयं की तुलना दूसरों से न करके अपनी व्यक्तिगत प्रगति पर ध्यान दें। आपके प्रयास और आपकी यात्रा विशेष हैं। अपने विकास और सुधार की सराहना करें और इस पर गर्व महसूस करें।
3. सेल्फ-केयर का पालन करें
Demotivation के समय में सेल्फ-केयर का पालन करना बहुत जरूरी है। खुद का ख्याल रखना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। योग, ध्यान, व्यायाम, स्वस्थ आहार, और पर्याप्त नींद आपकी मानसिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं। जब आप अच्छा महसूस करेंगे, तो आपको खुद को सराहना और प्रेरित करने में आसानी होगी।
4. सकारात्मक आत्म-चर्चा
आपका आंतरिक संवाद बहुत प्रभावशाली होता है। नकारात्मक विचारों को सकारात्मक विचारों से बदलें। अपने आप से प्यार से बात करें और खुद को समझाएं कि यह परमानेंट स्थिति नहीं है। सकारात्मक आत्म-चर्चा के लिए आप सकारात्मक पुष्टि (affirmations) का उपयोग कर सकते हैं।
5. छोटे लक्ष्य सेट करें और उन्हें पूरा करें
जब आप बड़े लक्ष्य को हासिल करने में असफल होते हैं, तो हतोत्साहित होना स्वाभाविक है। ऐसे में छोटे-छोटे लक्ष्य सेट करें जिन्हें आप आसानी से पूरा कर सकें। छोटे लक्ष्य को हासिल करने से आपको संतोष मिलेगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा। हर छोटे लक्ष्य को पूरा करने पर खुद को सराहें और अपने आप को एक इनाम दें। इससे आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।