How To Maintain Gender Equality In Romantic Relationship? : जब औरत घर में रह कर सिर्फ बच्चे पैदा और उनकी देखभाल करती थी, वह समय बहुत पीछे रह चुका है। आज औरत भी मर्द की तरह पैसा कमाती है और घर-परिवार को भी संभालती है।
कैसे लाएं अपने रिलेशनशिप में Gender Equality?
रिलेशनशिप में जेंडर इक्वलिटी का मतलब है, अपने रिश्ते के प्रति दोनों पार्टनर्स का एक समान रेस्पोंसिबल होना और रिलेशनशिप में एक्वाली पार्टिसिपेट करना। इसमें काम जेंडर रोल्स के हिसाब से फिक्स नहीं होते बल्कि एक जैसे काम दोनों में बाँट लिए जाते हैं और दोनों एक दूसरे की हेल्प भी करते हैं। आज के समय में जब औरत और मर्द दोनों कमाते हैं तो जेंडर इक्वलिटी की ज़रूरत हर रिलेशनशिप को होती है। आइये जानते हैं कि आप किस तरह अपने रिलेशन में जेंडर इक्वलिटी मेन्टेन कर सकते हैं।
1. कोई फिक्स्ड रोल नहीं
रिश्ते में जेंडर इक्वलिटी मेन्टेन करने के लिए मेल-फीमेल रोल्स फिक्स्ड नहीं होंगे। पति भी किचन में काम कर सकता है और पत्नी लैपटॉप पर अपना ऑफिस वर्क। इसमें कोई काम बड़ा छोटा नहीं माना जाता बल्कि दोनों पार्टनर्स एक दूसरे की कन्वेनिएन्स के हिसाब से घर या बहार का कोई भी काम करते हैं।
2. समान ज़िम्मेदारियाँ
जेंडर इक्वलिटी में दोनों पार्टनर्स की अपने बच्चों, घर-परिवार और रिलेशन के प्रति एक जैसे ज़िम्मेदारियाँ होती हैं। दोनों पार्टनर्स घर चलाने और घर संभालने का काम साथ-साथ करते हैं। घर के खर्चे जैसे रेंट, बिल्स या ग्रोसरी बिल्स वगैरा सब दोनों पार्टनर्स द्वारा मिल-बाँट कर चुकाए जाते हैं। इसके इलावा, घर का काम, डिनर लंच वगैरा भी दोनों मिल कर निपटाते करते हैं।
3. एक-दूसरे की देखभाल
रिलेशनशिप में इक्वल जेंडर मैनटेन करने वाले पार्टनर्स एक दूसरे की प्रॉपर देखभाल करते हैं। इसमें एक पार्टनर बीमार होता है तो दूसरा बिना किसी जेंडर रोल की फ़िक्र किए उसकी देखभाल और सेवा करता है। अगर एक थका होता है तो दूसरा उसकी ज़रूरतों को पूरा करता है। इसमें मेल-फीमेल रोल्स को एहमियत नहीं दी जाती।
4. ड्रीम्स में हेल्प
जेंडर इक्वलिटी को मेन्टेन करने के लिए आपको अपने रिलेशनशिप में एक दूसरे के ड्रीम्स और गोल्स की रिस्पेक्ट तो करनी ही होगी बल्कि उन्हें अपने ड्रीम्स के लिए मोटीवेट और हेल्प भी करना होगा। इसमें आप चाहे औरत हों या मर्द अगर आपके पार्टनर के कुछ गोल्स हैं जिन्हें अचीव करने के लिए उन्हें आपकी मदद चाहिए तो आपको उन्हें हेल्प करना होगा और उनके ड्रीम्स को सच करने में अपना योगदान देना होगा।
5. समान रिस्पेक्ट
आप दोनों चाहे रिलेशनशिप में हैं, फिर भी आप दोनों के डिसिशनस, फीलिंग्स और ओपिनियनस अलग हो सकते हैं। इसके होते हुए भी आप को एक दूसरे की रिस्पेक्ट करनी है। याद रखें आप पार्टनर्स हैं इसलिए दोंनो के डिसिशन मैटर करते हैं। किसी टॉपिक पर आपके ओपिनियन मैच नहीं होते तो आप बैठ कर बात कर सकते हैं।