Self- Care: महिलाएँ, समाज की चाल- ढाल में एक ज़रूरी हिस्सा है, जो अपने जीवन में कई रोल को बखूभी निभाती है। उसका जीवन कभी- कभी अनगिनत जिम्मेदारियों, परिवार और समाज की शेयर्ड एक्सपेक्टेशंस को पूरा करने में ही गुज़रती है। इस रूटीन में, वह अपनी खुद की देखभाल को ज़्यादा इम्पोर्टेंस देने की ज़रूरत नहीं समझती है। महिला के जीवन में सेल्फ केयर की इम्पोर्टेंस होना बहुत ज़रूरी हैं और यह उसे स्वस्थ, पॉज़िटिव और अच्छा भरा जीवन जीने में सपोर्ट प्रोवाइड करता है।
क्या इम्पोर्टेंस हैं महिला जीवन में सेल्फ केयर का
शारीरिक सेल्फ केयर
महिला के जीवन में शारीरिक सेल्फ केयर का इम्पोर्टेन्ट स्थान है। एक स्वस्थ शारीरिक दशा से ही सब कुछ शुरू होता है। रूटीन में एक्सरसाइज, हेअल्थी फ़ूड और उचित मात्रा में नींद, महिला को हेअल्थी बनाए रखने में मदद करते हैं। समय-समय पर चेकअप करना भी अपने स्वास्थ्य की देख भाल के लिए ज़रूरी है। महिलाओं को अपने शारीरिक स्वास्थ्य का सही से ध्यान रखने से न केवल स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है, बल्कि उसकी मानसिक और आत्मिक स्थिति भी सुधरती है।
मानसिक सेल्फ केयर
मानसिक स्वास्थ्य भी महिला के जीवन में ज़रूरी है, और इसमें सेल्फ केयर का एक इम्पोर्टेन्ट योगदान होता है। सेल्फ -लव , एक्सेप्टेन्स और पॉज़िटिव सोच महिला को मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में सहारा प्रदान करते हैं। ध्यान, योग और प्राणायाम जैसी धार्मिक तकनीकें उसकी मानसिक स्थिति को स्थिर करने में मदद करती हैं। महिला को अपनी भावनाओं को समझने और उन्हें शेयर करने का भी समय देना चाहिए।
सामाजिक सेल्फ केयर
समाज में स्थिति, परिवार और सामाजिक रिश्तों का सही से बैलेंस करना भी महिला के जीवन में सेल्फ केयर का हिस्सा है। सही समय मैनेजमेंट, व्यक्तिगत और सामाजिक गोल्स की प्रायोरिटी और सही संतुलन में रहना महिलाओं को अपने सामाजिक लेवल पर सफ़ल बनाए रखने में मदद करता है। महिला को अपने सेल्फ -कॉन्फिडेंस को बढ़ाने का खास ख्याल रखना चाहिए।
स्ट्रांग और बैलेंस्ड जीवन भी सेल्फ केयर का हिस्सा
महिला के जीवन में सेल्फ केयर का महत्व काफ़ी है, क्योंकि यह उसे उसके सभी रूपों में स्ट्रांग और बैलेंस्ड बनाए रखने में मदद करता है। स्त्री को अपने आप का ध्यान रखने से ही वह ज़्यादा प्रोस्पर और सुख-शांति को प्राप्त कर सकती है, जिससे उसका जीवन पूरे तरह से अच्छा हो सके।