Parenting Tips: बच्चों का कॉन्फिडेंस अगर ग्रोविंग पीरियड में रहा तो वो उनके भविष्य में भी उन्हें आगे बढ़ने में मदद करता है पर एक पेरेंट्स के तौर पर ये आपकी जिम्मेदारी है कि किस तरह आप अपने बच्चों को मेंटली स्ट्रांग और कॉन्फिडेंस बनना सिखाते हैं। बच्चें अपने माता-पिता को देखकर बड़े होते हैं आप जैसा बर्ताव करते हैं, आपकी जैसे पर्सनालिटी है, आप जिस तरह से समाज में रहते हैं ये आपके बच्चें आपसे देखकर सीखते हैं क्योंकि बच्चे आपको अपना रोल मॉडल मानते हैं इसलिए आपको ये गुण खुद में सबसे पहले डेवेलोप करने की जरुरत है। चलिए हम आपको बताते हैं कि किस तरह आप अपने बच्चों को बना सकते हैं मेंटली स्ट्रांग और कॉन्फिडेंस।
इन तरीको से बनाए अपने बच्चों को मेंटली स्ट्रांग और कॉन्फिडेंस
1. उन्हें इंडिपेंडेंट होना सिखाएं
अगर आपका बच्चा छोटी उम्र से आप पर निर्भर है तो वो खुद कभी कोई चीज अकेले करने के लिए कॉन्फिडेंट हो ही नहीं पायेगा इसलिए जरूरत है कि आप उसे उसका काम खुद करने दे वो अगर कोई काम खुद करेंगे तो वो कॉन्फिडेंस महसूस करने लगेगें।
2. अपने बच्चें को पॉजिटिव रहना सिखाएं
अगर आपका बच्चा अंडरकॉन्फिडेंट हैं तो हो सकता है वो खुद के बारे में या अपने आस पास के वातावरण के बारे में काफी नेगेटिव चीजें या गलत चीजें सोचता होगा। हो सकता है नेगेटिव चीजों के वजह से आपका बच्चा मेंटली वीक होता जा रहा है। इसका सही उपाय यही है कि आप उसे पॉजिटिव रहना सिखाए और हर चीज का ब्राइट साइड देखना सिखाए।
3. अपने बच्चों को कम्फर्ट जोन से निकालें
कई बार ये होता हैं कि बच्चे बचपन से एक कम्फर्ट जोन में रहते है जिसके कारण जब कोई ऐसी सिचुएशन आती है जो उनके लिए असहनीय होती है वहा बच्चें काफी कमजोर हो जाते हैं। इसलिए जब बन पाए उनकी लिमिट पुश करते रहिए और उनको कम्फर्ट जोन से निकालते रहिए।
4. अपने बच्चें के हर एक छोटे एफर्ट को सेलिब्रेट करें
कई पेरेंट्स ऐसे होते हैं जो अपने बच्चें की कोई भी चीज सेलिब्रेट नहीं करते हैं। जिसके कारण बच्चें खुद को कम आंकने लगते हैं और खुद को अंडरकॉंफिडेंट महसूस करते हैं। इसलिए उनकी हर छोटी जीत पर उनकी सहारना करिए और सेलिब्रेट करिए ताकि वो भविष्य में इससे और अच्छा करने के लिए मोटीवेटेड रहें।
5. अपने बच्चें को हर गलती करने दें
अगर आपका बच्चा गलती नहीं करेगा तो सीख नहीं पाएगा इसलिए उसे कोई भी गलती करने से मत रोकिए उससे उनकी ग्रोथ में भी रुकावट आएगी और वो कुछ नया करने के लिए कॉन्फिडेंस भी नही महसूस करेंगे।