आज के समय में मूड स्विंग एक आम बात हो गई है। इसके कारण बहुत है जो हम आगे इस ब्लॉग में साँझे करेंगे।
Mood swings
मूड स्विंगस नॉर्मल भी हो सकते है लेकिन यह किसी गंभीर समस्या का भी संकेत हो सकते है। जब लंबे समय में हम अपने सब भागने लंबे समय तक उतार-चढ़ाव देखते है।
Mood Swings In Women:- जाने क्या कारण है मूड स्विंज़ के
PMS
PMS यानी प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम भी एक कारण मूड स्विंग्स का है। यह ऐसे लक्षणों का समूह है जो महिलाओं में महावारी से एक दो हफ्ते पहले दिखाई देते है। इसमें मूड स्विंग्स भी शामिल है इसके साथ और भी लक्षण जैसे ब्लोटिंग, क्रैंप्स, सिर दर्द, थकान आदि दिखाई देते है।
Stress
यह भी एक और कारण जिसके कारण महिलाओं में मूड स्विंग होते है।स्ट्रेस का हमारे ऊपर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर असर पड़ता है। जिसके कारण इसका हमारे मूड पर भी असर पड़ता है जो लगातार हमारे मूड में शिफ्ट का कारण बनता है।
हार्मोन इंबैलेंस
यह भी मूड स्विंग का कारण है। हमारे मूड से एस्ट्रोजन हार्मोन संबंधित है। इनके इंबैलेंस का कारण PMS, पीसीओएस और पीसीओडी है। यह हमारे मूड को बहुत जल्द ही शिफ्ट कर देते है।
PUBERTY
यह भी बहुत सारे कारणों में से एक है। यह एक स्थिति ही जब चाइल्ड लाइफ में शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक बदलाव आते है।इसके कारण भी मूड स्विंग होते है।
गर्भवती
गर्भवती गर्भवती अवस्था में हमारे महिलाओं के शरीर में हार्मोन लेवल्स में बहुत ज्यादा बदलाव आते हैं। जिसके कारण हमारे भाव और मूड चेंज होते रहते हैं। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं में शारीरिक बदलाव और भावनात्मक स्ट्रेस होता है जो मूड स्विंग होते है।
मेनोपॉज
महिलाओं में मूड स्विंग्स का कारण मेनोपॉज भी हो सकता है यह एक ऐसी स्थिति है जब एक उम्र के बाद महिलाओं को माहवारी आने बंद हो जाती है इसके कारण उनमें हारमोंस जैसे एस्ट्रोजन का लेवल बहुत गिर जाता है जिसके कारण उन्हें बहुत सारी लक्षण दिखाई देते हैं इनमें से मूड स्विंग्स भी एक है।