माँ बनना महिला के जीवन का सबसे बड़ा सुख और आनंद माना जाता है लेकिन क्या यह हर महिला के लिए एक ही है। हर महिला को बच्चा पैदा करना ज़रूरी है? इसके जवाब आपकी चॉईस पर निर्भर है। इस मामले में समाज को किसी महिला को जज करने का कोई हक़ नहीं बनता है।
Motherhood is Choice: क्या महिलाएं बच्चों के बिना अधूरी है?
मधरहुड सिर्फ़ बच्चा पैदा करने में नहीं है
हमारे समाज में उस माँ को ज़्यादा इज्जत दी जाता है जिसने बच्चे को जन्म दिया है लेकिन उस महिला को कभी भी उतना सम्मान नहीं मिलता है जो बच्चा गोद लेती है। समाज का यही मानना है महिला माँ तब ही होती है जब उसने बच्चे को जन्म दिया लेकिन माँ की कोई सीमा नहीं होती है। कोई भी माँ हो सकता है जो एक बच्चे को प्यार, लाड़, इज्जत, सुरक्षित जगह दे रही है वो माँ है।
यह एक पर्सनल चॉईस है
माँ बनना एक पर्सनल पसंद है। अगर कोई महिला माँ नहीं बनना चाहती है उसमें कोई हैरान होने वाली बात नहीं है। इसके साथ उसके चरित्र पर कोई सवाल उठाने का किसी को कोई हक़ नहीं है। इसके साथ वह महिला कठोर या कम औरत नहीं है। इस मामले पर महिलाओं को बहुत कुछ सहना पड़ता है लेकिन मर्दों पर कोई सवाल उठाता अगर वे बच्चा नहीं चाहते है।
जेंडर से ऊपर है
माँ का जो रोल उसमें कोई जेंडर नहीं है। इस मामले में हमारे समाज सिर्फ़ पैदा करने वाली औरत को अंडररेट किया है लेकिन असलियत में माँ कोई भी हो सकता है जैसे किन्नर, लेस्बीयन कपल, गे कपल।
बिना शादी के माँ बन सकती है
महिला शादी के बिना भी माँ बन सकती है लेकिन इसके लिए उसे शादी या प्रेगनेंट होने की ज़रूरत नहीं है। माँ कैसे भी बना जा सकता है इसकेलिए कोई एक मेथड नहीं है। हमें इस चीज़ को समझने की ज़रूरत है। समाज में मधरहुड के बारे में नज़रिया बदलने की ज़रूरत है। कोई भी महिला किसी भी तरीक़े से माँ बन सकती है इसके लिए उसे किसी की कन्सेंट या ज़रूरत नहीं है।