पीरियड को हमारे समाज से शुरू से ही टैबू माना जाता है। आज भी समाज में लड़कियों को इसके कारण बहुत सी चीजों का सामना करना पड़ता है। हमारे समाज पीरियड से जुड़े इसे कई भ्रम हैं जैसे कि पीरियड के समय रसोई में नहीं जाना चाहिए, अगर काम से जाने से पहले लड़का मेंस्ट्रूअटिंग औरत को देख ले तो वह सब शगुन होता है, पीरियड्स के समय नहाना नहीं चाहिए और भी ऐसी बहुत सी चीजें है जो पीरियड्स के साथ जुड़ी है।
Periods Taboos: समय की जरूरत है पीरियड टैबूस को खत्म करना
इसके साथ ही पीरियड्स के प्रोडक्ट के साथ भी बहुत सारी टेबूस जुड़ी हुई है जैसे कि
Period gross
पीरियड के संबंधित जितने भी प्रोडक्ट होते हैं उनको बारे में आज भी बात करने में शर्म आती है। लोग इनके बारे में खुलकर बात नहीं करते हैं। जब कोई लड़की दुकान पर जाती है उसको पहले यह देखना पड़ता है कि दुकान ख़ाली है अगर नहीं फिर वे धीरे से प्रोडक्ट माँगती है।इसका कारण यह भी है समाज में इस चीज़ को अभी सहज नहीं किया है। लोग इसके बारे के बात करने से झिझकते है। औरतें ke लिए वैसा सहज वातावरण भी नहीं पैदा करते हैं। इसके साथ ही लोगों को इनके बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं हैं। उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा पैड के बारे में पता हैं। इसके आगे कुछ और भी प्रोडक्ट उन्हें नहीं पता होता।
पैड को कवर करना या छुपाना
आज भी पैड को लेकर लोगों के बीच शर्म है। इसको खुले में ऐसे ख़रीदना समाज में असहज हैं। जब आप दुकान पे कोई पैड लेने जाएँगे ज़्यादातर समय आपको दुकानदार इसको कवर करके ही देंग। यह चीज़ हमारे समाज की मानसिकता को शो करता हैं। समाज में जब मर्द नशे ख़रीदते हैं तब समाज को शर्म नहीं आती लेकिन जब एक औरत अपने ज़रूरत की चीज़ ख़रीदती है तब इनको शर्म आती है।
कब बदलेगी सोच
ये सोच कब हमारे समाज से जाएगी जब लड़कियाँ को आना बिल्कुल नोर्मल है। इसमें कोई छुपाने वाली बात नहीं है। यह एक नैचरल प्रॉसेस है जिसका महिलाओं की सेहत के साथ संबंध होता है। अगर किसी को पीरियड आ रहे इस चीज़ में कोई बुराई नहीं है। आप को इस समय में उस व्यक्ति की हेल्प करनी चाहिए ना कि आप उसके साथ भेदभाव करें।