Reason Behind Mind Wandering During Meditation: मेडिटेशन या ध्यान लगाना अभी का नहीं बल्कि प्राचीन काल से चला आ रहा एक मानसिक व्यायाम है। जो हमारे मस्तिष्क को स्पष्ट शांत और संतुलित बनाए रखने में मदद करता है। आधुनिक जीवन में तनाव और व्यस्त के चलते लोग मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए मेडिटेशन का उपयोग करते हैं। अक्सर ऐसे देखने को मिलता है कि मेडिटेशन का अभ्यास करते समय कई लोग अपने मन को एक जगह केंद्रित नहीं कर पाते बल्कि उनका मन इधर-उधर भटकते रहता है। इसके पीछे भी बहुत सारे कारण होते हैं जिसे जानना आवश्यक है। तो आईए जानते हैं आखिर क्यों हमारा मन मेडिटेशन के समय भट्ट है?
मेडिटेशन के समय मन के भड़कने के 5 कारण
1. सोचने की आदत
मेडिटेशनq एक बहुत ही अच्छा उपाय है तनाव से दूर रहने का। हमारा मन अक्सर किसी न किसी विचारों में उलझा रहता है और मन में नियंत्रित विचारों को सोने की प्रक्रिया जीवन का एक हिस्सा है। जब कभी हम ध्यान करने बैठते हैं तो कोई ना कोई विचार हमारे दिमाग में चलता ही रहता है जिसे रोकना असंभव सा लगता है और इसके कारण हमारा मन भी भटकने लग जाता है। बहुत से लोग एक समय पर कई काम करते हैं जिसके कारण वह एक चीज पर ध्यान केंद्र नहीं कर पाते।
2. तनाव और चिंता
डेली लाइफस्टाइल में अक्सर तनाव के कई कारण होते हैं जैसे कि रिश्ते और व्यक्तिगत चुनौतियां जिसके कारण अक्सर लोग तनाव और चिंता से गिरे रहते हैं जिसके कारण मन में शोर मचा रहता है और बहुत ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। ध्यान कभी-कभी संचित भावनाओं को छोड़ने का एक उपाय बन जाता है जैसे-जैसे मन शांत होता है हम उलझे मुद्दे सामने आ जाते हैं जिससे ध्यान भटक जाता है।
3. बोरियत
मेडिटेशन करते समय लंबे समय तक स्थिर बैठे रहना अक्सर शारीरिक और सुविधा का कारण बनता है। इसके कारण पीठ और गर्दन में दर्द होने लगता है जिसे ध्यान भटकना तो सामान्य होता है। जिन लोगों ने मेडिटेशन नया-नया शुरू किया है उन्हें इस प्रक्रिया को करने में बोरियत और कठिनाई आती है खासकर तब जब भी जल्दी रिजल्ट की अपेक्षा रखते हैं।
4. विचारों को नियंत्रित करने का प्रयास
मेडिटेशन का मुख्य उद्देश्य होता है विचारों का अवलोकन करना बिना किसी निर्णय के। पर कई लोग ध्यान करते समय इस विचारों के साथ आते हैं कि उन्हें अपने विचारों को दबाना होगा यह विचारों को नियंत्रित करने का संघर्ष तनाव पैदा कर सकता है जिससे बहुत सारी विकार उत्पन्न हो जाते हैं। विचारों को नियंत्रित करने की कोशिश आपको और अधिक परेशान कर सकती है जिसे ध्यान लगाने में कठिनाई हो सकती है।
5. अनुभव की कमी
जो लोग मेडिटेशन में नए हैं तो वह ध्यान लगाने में बहुत सारी चुनौतियों का सामना करते हैं अनुभव की कमी होने के कारण वे लोग अपने विचारों को नियंत्रित नहीं कर पाते और उन्हें कठिनाई महसूस होती है जिसके कारण उनका मन इधर-उधर भटकता रह जाता है। जैसे-जैसे आप नियंत्रित अभ्यास करते हैं आप धीरे-धीरे बेहतर ध्यान केंद्रित करने में समक्ष हो जाते हैं।