Light Bleeding In Periods: पीरियड्स के दौरान लाइट ब्लीडिंग काफी सामान्य हो सकती है, यह कई महिलाओं को होती है और वे ज्यादा इस बात पर ध्यान नहीं देती। यह ज्यादातर पीरियड्स की शुरुआती और अंतिम दिनों में होती है, जबकि बीच के दिनों में ब्लीडिंग कम होती है। इस अनियमित ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं मगर ब्लीडिंग कम होने के बारे में महिलाएं चिंता कर सकती है लेकिन यह आमतौर पर किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं होता है। यदि कोई महिला लगातार लाइट ब्लीडिंग का अनुभव कर रही है तो ये चिंता की बात हो सकती है और इसके कई कारण हो सकते हैं, आइये जानें-
पीरियड्स के दौरान लाइट ब्लीडिंग होने के कारण
बढ़ती उम्र है कारण
वैसे तो लाइट ब्लीडिंग की समस्या किशोरावस्था में भी हो सकती है जब महिलाओं के पीरियड्स की शुरुवात होती है मगर महिलाओं की उम्र में बढ़ोतरी होने पर यानी जब मेनोपॉज का पहला स्टेज आता है, तो भी इस समस्या का सामना किया जा सकता है। मेनोपॉज में, महिलाओं के शारीरिक हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो मासिक धर्म को समायोजित करते हैं और इसके रिजल्ट में लाइट पीरियड्स का अनुभव हो सकता है।
वेट और खानपान में बदलाव
आपके वेट और खानपान का भी पीरियड्स पर प्रभाव हो सकता है। ज्यादा वेट या अनियमित आहार आपके शारीरिक हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं, जो फिर पीरियड्स की रेगुलेरिटी और ब्लड के अमाउंट को प्रभावित कर सकते हैं। ज्यादा वेट और अनहेल्दी खानपान की वजह से भी शरीर में हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं, जो पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, स्वस्थ खाने की आदतें बनाए रखना और सही वेट पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
प्रेगनेंसी के दौरान
प्रेगनेंसी के दौरान हल्की ब्लीडिंग होने की संभावना रहती है कुछ महिलाओं को हल्की स्पॉटिंग या ब्लीडिंग हो सकती है जिसे वे पीरियड्स समझ लेती हैं लेकिन असल में ये इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग है। यह ओव्यूलेशन के कारण होता है जब यूट्रस की दीवार के साथ जुड़ा होता है। जब अंडा यूट्रस की दीवार से जुड़ता है तो इससे थोड़ी सी ब्लीडिंग हो सकती है।
तनाव भी है वजह
पीरियड्स के दौरान कई महिलाएं बहुत स्ट्रेस लेती है जिसकी वजह से ब्लीडिंग बहुत लाइट और कम होती है। तनाव आपके ब्रेन के नार्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है, जिससे आपके पीरियड्स को भी प्रभावित किया जा सकता है। जब आप तनाव या स्ट्रेस में होती हैं तो आपके शारीरिक हार्मोन्स में बदलाव हो सकता है, जो पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं और यह ब्लीडिंग कम होने का कारण बन सकता है।
बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन
हार्मोनल बर्थ कंट्रोल पिल्स के सेवन से भी लाइट ब्लीडिंग हो सकती है। ये सभी पिल्स अंडे को रिलीज होने से रोकते हैं, जिसके कारण शरीर में अंडा रिलीज नहीं होता है। जब अंडा रिलीज नहीं होता, तो यूट्रस में थिक लाइनिंग बनने में समस्या आ सकती है जिससे पीरियड्स की ब्लीडिंग कम हो सकती है।
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